पीयूष हत्याकांड में पुलिस के हाथ अबतक खाली
पीयूष हत्याकांड में पुलिस के हाथ अबतक खाली हैं। घटना के कई घंटे बीत गए हैं, लेकिन किसी भी अपराधी की गिरफ्तार नहीं हो सकी है।
पीयूष हत्याकांड में पुलिस के हाथ अबतक खाली हैं। घटना के कई घंटे बीत गए हैं, लेकिन किसी भी अपराधी की गिरफ्तार नहीं हो सकी है। हालांकि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। कुछ संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया गया है। लेकिन घंटों बीत जाने के बाद भी पुलिस असली हत्यारों तक पहुंचने में अभी नाकाम है। लिहाजा लोगों में पुलिस के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है। गुरुवार को व्यवसायियों ने अपनी दुकानों को बंद रख विरोध भी प्रकट किया है। गौरतलब है कि व्यवसायी पप्पू साव व उनके परिजनों से पिछले कई दिनों से बतौर लेवी 10 लाख रुपये की मांग की जा रही थी। पीएलएफआइ संगठन के नाम पर लेवी मांगी जा रही थी। रकम नहीं देने पर बुधवार की आधी रात व्यवसायी के घर पर हमला कर दिया गया था। पहले अपराधियों ने हवाई फाय¨रग की थी। जिसे देखने के लिए छत से झांकने पर छात्र पीयूष के सिर में गोली मार दी गई थी। जिससे घटनास्थल पर उसकी मौत हो गई थी। इस घटना के प्रति लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। लोगों का मानना है कि पुलिस की लापरवाही के चलते घटना हुई है।
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अपराधियों की संलिप्तता या पीएलएफआइ का हाथ
- पीयूष हत्याकांड में पुलिस अबतक किसी ठोस निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी है। घटना में स्थानीय अपराधियों की संलिप्तता है या फिर पीएलएफआइ का हाथ, यह राजफाश होना बाकी है। पुलिस दोनों ¨बदुओं पर मंथन कर रही है। हालांकि पीएलएफआइ के कथित प्रमुख दिनेश गोप ने विज्ञप्ति जारी कर इस हत्याकांड में अपनी संलिप्तता को खारिज किया है। देखना दिलचस्प होगा कि कबतक पुलिस इस पूरे रहस्य से पर्दा उठाती है। कहते हैं अधिकारी
- हत्याकांड की जांच चल रही है। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए टीम का गठन किया गया है। संभावित ठिकानों पर छापेमारी चल रही है। जल्द ही हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
संजय कुमार, एसडीपीओ रजौली।