लोगो लगा लें:::: धान खरीद शुरू होने में अभी और विलंब होने की संभावना
नवादा : जिले में किसानों से धान खरीद की प्रक्रिया अबतक आरंभ नहीं की गई है।
नवादा : जिले में किसानों से धान खरीद की प्रक्रिया अबतक आरंभ नहीं की गई है। धान खरीद 5 नवम्बर से ही आरंभ होनी थी। लगभग आधा दिसंबर बीतने के बावजूद अबतक प्रक्रिया आरंभ होना तो दूर पैक्सों व व्यापार मंडलों को धान खरीदारी के लिए राशि तक उपलब्ध नहीं कराई गई है। ऐसा सरकार द्वारा नित्य नए प्रयोग के कारण हो रहा है।
राशि भुगतान के नए नियम
-बताया जाता है कि धान खरीद के बाद किसानों को त्वरित राशि भुगतान के लिए सरकार ने एक नया भुगतान विधि विकसित की है। पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट विधि नामक नई विधि से पैक्सों अथवा व्यापार मंडलों द्वारा धान कस्टम मिल्ड राइस एसएफसी को मिलते ही इसके समतुल्य राशि सीधे संबंधित पैक्सों व व्यापार मंडलों के खाते में चली जाएगी। राज्य खाद्य निगम चावल मिलते ही उनके विपत्र की संबंधित पोर्टल पर ऑन लाइन इंट्री कर देगा। पटना मुख्यालय स्थित सेंट्रल पुल से स्वत: राशि पैक्सों व व्यापार मंडलों के खाते में चली जाएगी। फिर किसानों को समय पर उनकें द्वारा बेची गई धान राशि का भुगतान किया जाएगा।
13 दिसंबर तक होगा मिलरों का निबंधन
-पैक्सों द्वारा खरीदे गए धान से चावल बनाने के लिए मिलरों का एसएफसी में निबंधन अनिवार्य है। डिफॉल्टर मिलरों के निबंधन पर रोक लगा दिया गया है। अबतक जिले के मात्र 13 मिलरों ने ही अपना निबंधन कराया है जो अपर्याप्त है। ऐसे में निबंधन की तिथि बढ़ाकर 15 दिसम्बर कर दी गई थी। निर्धारित मापदंडों व अर्हता पूरा करने वाले मिलर विहित प्रपत्र में निर्धारित समय सीमा के अंदर अपना निबंधन करा सकेंगे।
पोर्टल के माध्यम से होगा निबंधन
- धान खरीद के लिए निबंधित किसानों, पैक्सों व व्यापार मंडलों का एसएफसी के पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण किया जाना है। एसफसी द्वारा पंजीकरण के पूर्व किसानों से आधार कार्ड से ¨लक्ड किया जाएगा। जिले में अबतक 22 हजार 864 किसानों ने अपना निबंधन धान बिक्री के लिए कराया है। इनमें से 6 हजार किसानों के खाते आधार से ¨लक्ड किए जा चुके हैं। शेष की प्रक्रिया जारी है।
दिसंबर के अंत तक हो सकती धान की खरीदारी
- 15 नवम्बर से होने वाली धान की खरीदारी नमी के कारण बाधित बताई गई है। धान की खरीदारी का मानक 17 प्रतिशत नमी का है जबकि नमी की मात्रा 22 प्रमिशत थी। ऐसे में धान बिक्री के लिए किसानों को अब भी इंतजार करना होगा। सब कुछ ठीकठाक रहा तो प्रक्रिया दिसम्बर के अंत तक आरंभ होने की संभावना है।
कहते हैं अधिकारी
- पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम एक अत्यंत सरल व तेज प्रक्रिया है। इसके माध्यम से किसानों तक बेचे गए धान की राशि आसानी से पहुंचाई जा सकेगी। मिलरों से अग्रिम सीएमआर मिलते ही इसके समतुल्य राशि पैक्सों व व्यापार मंडलों के खाते में सेंट्रल पुल से ऑनलाइन उपलब्ध करा दी जाएगी। धान में नमी की मा़त्रा लगातार कम हो रही है ऐसे में अगले सप्ताह से धान की खरीदारी किये जाने की संभावना है।
प्रवीण कुमार दीपक, प्रबंधक एसएफसी, नवादा।