एनएसयूआइ की अनिश्चितकालीन अनशन शुरू
नवादा। शिक्षा का अधिकार अधिनियम की रक्षा समेत तीन सूत्री मांग को लेकर गुरुवार को समाहरणा
नवादा। शिक्षा का अधिकार अधिनियम की रक्षा समेत तीन सूत्री मांग को लेकर गुरुवार को समाहरणालय के समीप रैन बसेरा में एनएसयूआइ के जिलाध्यक्ष जयशंकर प्रसाद उर्फ सूरज ¨सह यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं का अनिश्चितकालीन अनशन शुरु हुआ। जिलाध्यक्ष के साथ महासचिव राहुल कृष्णा, सचिव ¨प्रस कुमार, विश्वजीत भारती व अकबरपुर के धर्मवीर बिहारी आदि मांग के समर्थन में अनशन पर बैठे हैं। जिला कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष राजीक खां ने अनशनकारियों को माला पहनाया। उन्होंने कहा कि एनएसयूआइ की तीन सूत्री मांग छात्रों के हित से जुड़ा है। इस पर डीएम को विचार कर छात्रों के हित में निर्णय लेना चाहिए। कांग्रेस के हिसुआ प्रखंड अध्यक्ष विजय कुमार ने अनशनकारियों के समर्थन में कहा कि अभाविप भाजपा का एक छात्र संगठन है। जिसके द्वारा शिक्षा के अधिकार अधिनियम का उल्लंघन किया जा रहा है। भाजपा सरकार में रहकर कानून का उल्लंघन करने वाले छात्र संगठन अभाविप का समर्थन कर रही है जो गलत है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को कानून की रक्षा करते हुए कारवाई करनी चाहिए। सेवादल के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार पप्पू ने कहा कि अभाविप द्वारा विद्यालय की कक्षा बाधित कर गांधी स्कूल में प्रांतीय अधिवेशन कराया जा रहा है। इसके अलावा विद्यालय के दिवार पर पोस्टर चिपका व लेखन कर प्रचार-प्रसार किया गया है। जो शिक्षा का अधिकार अधिनियम का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। जिसको लेकर एनएसयूआइ द्वारा डीएम को पूर्व में सूचना भी दी गई। बावजूद अबतक कोई कारवाई नहीं की गई। युवा कांग्रेस के जिला महासचिव मनोज कुमार ने कांग्रेस के पदाधिकारियों से बात की। इसके बाद उन्होंने बताया कि अगर 24 घंटे के अंदर तीन सूत्री मांग को डीएम द्वारा पूरा नहीं किया गया तो युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता भी एनएसयूआइ के समर्थन में अनशन पर बैठ जाएगी। मौके पर पंकज कृष्णा, मौसम ¨सह, अंकित पांडेय, रौशन कृष्णा, संदीप कुमार, गोपाल पांडेय, गुलशन यादव, शोहेब खान, हसीब आलम, गुड्डू कुमार, प्रेम कुमार समेत कई लोग उपस्थित थे। बता दें कि अभाविप का प्रांतीय सम्मेलन नवादा के गांधी इंटर स्कूल में शुक्रवार से शुरू हो रहा है। स्कूल परिसर में सम्मेलन की इजाजत देने से एनएसयूआइ के कार्यकर्ता अनशन पर बैठे हैं। इसके पूर्व छात्र राजद द्वारा भी विरोध दर्ज कराया जा चुका है।