नहीं मिला लाइसेंस, फिर भी सज गई पटाखे की दुकानें
दीपों का पर्व दीवाली में अभी एक सप्ताह शेष है। लेकिन, प्रखंड में पटाखा कारोबारी ।
नवादा। दीपों का पर्व दीवाली में अभी एक सप्ताह शेष है। लेकिन, प्रखंड में पटाखा कारोबारी सक्रिय हो गए हैं। भले ही अधिकारी के स्तर से अबतक पटाखा कारोबार के लिए लाइसेंस जारी न किया गया हो लेकिन शहर में आतिशबाजी का स्टॉक होने लगा है। चौराहों और गलियों में पटाखों की दुकानें भी सजने लगी है। हालांकि घनी आबादी वाले इलाके में एक भी लाइसेंसधारी नहीं हैं। नियम के मुताबिक पटाखा बेचने के लिए अस्थाई लाइसेंस जरूरी है। मगर, ऐसा इस बार नहीं हुआ, एक भी ने अस्थाई लाइसेंस नहीं लिया गया है।
दिवाली से पहले पटाखों और आतिशबाजी की सप्लाई गांव-देहात के बाजारों के लिए भी शुरू हो गई है। दिवाली का मुख्य पर्व 7 नवंबर को है। ऐसे में इसमें सिर्फ सात दिन शेष बचे हैं। पटाखा कारोबार साल में एक बार ही जोर पकड़ता है तो इससे जुड़े कारोबारी मुनाफा कमाने की चाह में सारे नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। गांव देहात के लिए पटाखे की सप्लाई कर रहे हैं। इधर थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि पटाखा कारोबार के संबंध में वरीय पदाधिकारी से जो दिशा-निर्देश आएगा उसका अनुपालन कराया जाएगा।