वित्तरहित शिक्षकों व कर्मियों को अनुदान के बदले मिले वेतनमान
वित्तरहित अनुदानित शिक्षक कर्मचारी संघर्ष मोर्चा की जिला इकाई ने गुरुवार को रैन बसेरा में अपनी छह सूत्री मांगों को लेकर धरना दिया। अध्यक्षता मोर्चा के जिलाध्यक्ष डॉ. विपिन सिन्हा ने की। धरना पर बैठे लोगों ने सरकार से वित्तरहित शिक्षकों व कर्मियों को अनुदान के बदले वेतनमान देने की मांग की।
वित्तरहित अनुदानित शिक्षक कर्मचारी संघर्ष मोर्चा की जिला इकाई ने गुरुवार को रैन बसेरा में अपनी छह सूत्री मांगों को लेकर धरना दिया। अध्यक्षता मोर्चा के जिलाध्यक्ष डॉ. विपिन सिन्हा ने की। धरना पर बैठे लोगों ने सरकार से वित्तरहित शिक्षकों व कर्मियों को अनुदान के बदले वेतनमान देने की मांग की।
इसके अलावा छह वर्षों से बकाए अनुदान का एकमुश्त भुगतान करने, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा इंटर विद्यालयों एवं डिग्री कॉलेजों के इंटर खंड की मान्यता समाप्त करने के प्रयास पर अविलंब रोक लगाते हुए पूर्व की स्थिति बहाल करने की मांग की। सदस्यों ने कहा कि जिन स्थानों पर अनुदानित माध्यमिक व इंटर विद्यालय संचालित हैं, वहां अनावश्यक रूप से मध्य विद्यालयों को माध्यमिक विद्यालय और प्लस टू विद्यालय के उत्क्रमण पर रोक लगाई जाए। शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की सेवानिवृति की उम्र सीमा 59 वर्ष करने सेवानिवृति के बाद पेंशन एवं अन्य सुविधाएं दी जाए। संबद्ध डिग्री कॉलेजों का विश्वविद्यालयों द्वारा संबद्धता निरस्त करने के प्रयास पर रोक लगाई जाए। ऐसे कॉलेजों में पूर्व की भांति छात्रों का नामांकन आदि कार्य जारी रखा जाए। साथ ही चयन समिति से वंचित शिक्षकों की सेवा भी स्थाई करने की व्यवस्था की जाए। मंच का संचालन डॉ. संजय कुमार सिन्हा ने किया। मौके पर प्रो. बच्चन कुमार पांडेय, डॉ. रामनरेश शर्मा, डॉ. सुभाष साह, प्रो. धनराज कुमार, प्रो. प्रमोद कुमार निराला, प्रो. नरेश कुमार, प्रो. रविद्र कुमार रवि, प्रमोद कुमार यादव, प्रो. कृष्णदेव सिंह, प्रो. अंजनी कुमार, विद्याभूषण, प्रो. रामानुज सिंह, प्रो. बिदेश्वर प्रसाद, प्रो. भास्कर देव पांडेय, प्रो. शमशाद अहमद नजरी, प्रो. प्रमोद कुमार, अजय कुमार, प्रो. अनुण कुमार, प्रो. राजन कुमार आदि उपस्थित थे।