नवादा के रेल अस्पताल को खुद इलाज की जरूरत
केजी रेलखंड के नवादा रेलवे स्टेशन परिसर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक नही ।
नवादा : केजी रेलखंड के नवादा रेलवे स्टेशन परिसर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक नहीं हैं। करीब दो दशक से इस स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों का पद रिक्त है। जबकि इस स्वास्थ्य केंद्र में रेलवे अधिकारियों व कर्मचारियों के अलावा रेल यात्रियों की इलाज की व्यवस्था है। बावजूद यहां स्थाई रूप से एक भी चिकित्सक तैनात नहीं हैं। इलाज के लिए अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों का इलाज फार्मासिस्ट करते हैं। हालांकि दानापुर मंडल के अधिकारियों द्वारा दो चिकित्सकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसमें बख्तियारपुर जंक्शन रेल अस्पताल में पदस्थापित डॉ. रवि चौधरी को प्रत्येक मंगलवार को मरीजों का इलाज करने के लिए भेजा जाता है। इसके साथ ही प्रत्येक शुक्रवार को किउल जंक्शन रेल अस्पताल में पदस्थापित डॉ. आलोक कुमार मरीजों का इलाज करने पहुंचते हैं।
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दो दशक से चिकित्सक का पद है रिक्त
- पिछले दो दशक से रेलवे में चिकित्सकों की बहाली नहीं हुई है। पूरे दानापुर मंडल में चिकित्सकों की कमी बताई जा रही है। इसके कारण नवादा रेलवे अस्पताल में भी चिकित्सकों की कमी है। करीब दो दशक से चिकित्सक का पद रिक्त पड़ा है। फार्मासिस्ट बताते हैं कि विभाग द्वारा अस्पताल में करीब एक सौ से अधिक दवाएं उपलब्ध कराया गया है। इस अस्पताल में रेलवे दानापुर के अधिकारियों के निर्देश पर अनुबंध के तहत समय-समय पर अन्य रेलवे अस्पताल से सहयोग के लिए चिकित्सकों को भेजा जाता है। इसके कारण अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों का प्राथमिक उपचार फार्मासिस्ट द्वारा किया जा रहा है।
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कर्मचारियों को नहीं मिलती है बेहतर सुविधा
- इस अस्पताल में इमरजेंसी की कोई सुविधा नहीं है। इमरजेंसी में अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को दानापुर रेफर कर दिया जाता है। लेकिन दानापुर रेलवे अस्पताल जाने के लिए एंबुलेंस की कोई सुविधा नहीं है। केजी रेलखंड पर पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन होने के कारण मरीजों को ट्रेन से भी दानापुर जाने में भी काफी परेशानी होती है। हालांकि इमरजेंसी में कई लोग दानापुर जाने से बेहतर सदर अस्पताल व अन्य निजी अस्पताल पहुंचकर इलाज करा रहे हैं।
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कहते अस्पताल के कर्मचारी
- रेल अस्पताल में इमरजेंसी की कोई सुविधा नहीं है। इमरजेंसी में मरीजों को दानापुर रेफर कर दिया जाता है। अस्पताल में दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। लेकिन चिकित्सक की कमी है। अनुबंध के रूप में सहयोग के लिए दानापुर मंडल के अधिकारियों के निर्देश पर मंगलवार व शुक्रवार को दो चिकित्सक मरीजों को देखने के लिए पहुंचते हैं। चिकित्सक के आने पर मरीजों की काफी भीड़ लग जाती है।
प्रमोद कुमार, फार्मासिस्ट।