मानसिक रोगियों को सही इलाज और सहानुभूति की जरूरत
गांधी इंटर स्कूल में मानसिक रोग पर शिक्षकों और छात्रों के बीच एक परिचर्चा आयोजित हुई।
गांधी इंटर स्कूल में मानसिक रोग पर शिक्षकों और छात्रों के बीच एक परिचर्चा आयोजित हुई। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देश पर स्कूल के लीगल लिटरेसी क्लब की ओर से यह कार्यक्रम हुआ। इस परिचर्चा में शिक्षकों और छात्रों ने समाज में तेजी से बढ़ रहे मानसिक रोग और विकार पर अपने विचारों को साझा किया।
परिचर्चा की शुरुआत नौवीं कक्षा के छात्र आयुष कुमार ने किया। मानसिक रोग को परिभाषित करते हुए आयुष ने कहा कि समाज और परिवार में किसी व्यक्ति द्वारा सामान्य से अलग हटकर किया गया व्यवहार मानसिक रोग की श्रेणी में आता है। पारिवारिक कलह, नशे की लत, अकेलापन और अत्यधिक तनाव मानसिक रोग के प्रमुख कारक हैं। इससे पीड़ित व्यक्ति समाज और परिवार में बेवजह झगड़ा और कलह करता रहता है। छात्र रितिक कुमार और सहवाग कुमार ने कहा कि मानसिक रोगियों को उचित इलाज और सहानुभूति की बेहद जरूरत होती है। ऐसा नहीं होने पर स्थिति और बिगड़ जाती है।
परिचर्चा की अध्यक्षता कर रहे स्कूल लीगल लिटरेसी क्लब के प्रभारी मृत्युंजय कुमार ने बताया कि अनुशासन पूर्ण जीवनशैली, व्यायाम, योग और अच्छी संगति द्वारा इस रोग से बचा जा सकता है। स्कूल के प्राचार्य अफजल सआदत हुसैन के मार्गदर्शन में आयोजित इस परिचर्चा में शिक्षक सुबोध कुमार, प्रभात कुमार और प्यारेलाल कुमार ने भी अपने विचार छात्रों के साथ साझा किए।