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बिहार: नक्सलियों ने की 12 साल के छात्र की हत्या, रंगदारी में परिजनों से मांगे थे 10 लाख

नवादा में नक्सली संगठन ने 12 साल के छात्र की हत्या कर दी। छात्र के पिता शिक्षक हैं, जबकि चाचा व अन्य बड़े व्यवसायी हैं। उनलोगों से PLFI की ओर से 10 लाख की रंगदारी मांगी जा रही थी।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Wed, 06 Feb 2019 12:00 PM (IST)Updated: Wed, 06 Feb 2019 08:59 PM (IST)
बिहार: नक्सलियों ने की 12 साल के छात्र की हत्या, रंगदारी में परिजनों से मांगे थे 10 लाख
बिहार: नक्सलियों ने की 12 साल के छात्र की हत्या, रंगदारी में परिजनों से मांगे थे 10 लाख

नवादा [जेएनएन]। नवादा में नक्सली संगठन ने 12 साल के छात्र की हत्या कर दी। छात्र के पिता शिक्षक हैं, जबकि चाचा व अन्य बड़े व्यवसायी हैं। जिले में फैमिली का बड़ा कारोबार है। कहा जा रहा है कि उनलोगों से नक्सली संगठन पीएलएफआइ (PLFI) की ओर से 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी जा रही थी। बताया जाता है कि रंगदारी नहीं देने पर नक्सली संगठन ने घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद से इलाके में तनाव हो। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। 

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नवादा के गोविंदपुर थाना क्षेत्र के थाली मोड़ पर आधी रात को उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ के सशस्त्र दस्ते ने व्यवसायी पप्पू साव के घर पर फायरिंग की। इसमें छात्र पीयूष की मौत हो गई। वह नवादा के ही डीपीएस स्कूल में 7वीं का छात्र था। घटना की सूचना पाकर पुलिस पहुंची, लेकिन आक्रोशित लोगों ने शव को उठाने नहीं दिया। साथ ही सड़क को जाम कर दिया। वे गोविंदपुर थानाध्यक्ष धीरज कुमार के नकारात्मक रवैए से नाराज थे। सूचना के बाद पहुंचे एसपी हरि प्रसाद ने आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिलाया, तब लोग हटे।

थाली मोड़ पर पप्पू साव व उनके भाइयों की छड़ सीमेंट, दवा आदि की दुकानें हैं। एक सीएसपी भी इस परिवार द्वारा चलाया जा रहा है। पिछले 15 दिनों से रंजीत कुमार नाम का व्यक्ति खुद को पीएलएफआइ का एरिया कमांडर बताकर व्यवसायी पप्पू साव से लेवी के नाम पर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांग रहा था। व्यवसायी ने इसकी सूचना 29 जनवरी को गोविंदपुर थानाध्यक्ष को दी थी। 

लेकिन थानाध्यक्ष ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। तब व्यवसायी ने 3 फरवरी को एसपी से मिलकर अपनी पीड़ा रखी और सुरक्षा की गुहार लगाई। एसपी ने इसे लेकर थानाध्यक्ष से जवाब-तलब किया। इस बीच जवाब तलब के 24 घंटे के अंदर ही बच्चे की हत्या अपराधियों ने कर दी। 

परिजनों के अनुसार अाधी रात को जब घर के लोग सो रहे थे, तभी अपराधी वहां पहुंच गए और फायरिंग करने लगे। घर की पहली मंजिल पर चाचा गोपाल प्रसाद के साथ सो रहा पीयूष फायरिंग की आवाज सुनकर छत की रेलिंग पर आकर नीचे झांकने लगा। इसी दौरान नीचे से अपराधियों ने उस पर गोली चला दी। गोली बच्चे के सिर में जा लगी। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक के पिता रामरतन लाल पुरैनी मध्य विद्यालय में शिक्षक हैं। 

घटना की सूचना पाकर पहुंचे थानाध्यक्ष धीरज कुमार को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। शव नहीं उठने पर एसडीपीओ रजौली संजय कुमार भी पहुंचे। इसके बाद एसपी भी मुख्यालय से पहुंचे। परिजनों ने थानाध्यक्ष को हटाने की मांग की है। एसपी ने वहां मौजूद एसडीपीओ को शिकायतों की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा। इस दौरान एसपी ने पीड़ित परिजनों काे ठोस कार्रवाई का भरोसा दिलाया। तब जाकर लोग शांत हुए और शव को उठाने की इजाजत दी। पीयूष जिस स्कूल में पढ़ता है, वहां इस बार इंटर का परीक्षा केंद्र बनाया गया है, इसकी वजह से स्कूल में छुट्टी दे दी गई है, ऐसे में परिजन पीयूष को लेकर घर आए थे।


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