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झारखंड में मुठभेड़ में मारे गए नक्सली की नवादा पुलिस को भी थी तलाश

- रजौली थाने में दर्ज हैं तीन अलग-अलग प्राथमिकी - जोनल कमांडर प्रद्युम्न शर्मा का था काफी करीबी ------------------- संवाद सहयोगी रजौली

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Jun 2020 11:20 PM (IST)Updated: Fri, 19 Jun 2020 11:20 PM (IST)
झारखंड में मुठभेड़ में मारे गए नक्सली की नवादा पुलिस को भी थी तलाश
झारखंड में मुठभेड़ में मारे गए नक्सली की नवादा पुलिस को भी थी तलाश

नवादा । बिहार-झारखंड की सीमा पर पेट्रो जंगल में गुरुवार को मुठभेड़ में ढेर हुए नक्सली श्रवण मांझी की तलाश नवादा पुलिस को भी थी। पिछले कई वर्षो से वह फरार चल रहा था। मृत नक्सली के विरुद्ध रजौली थाना में तीन प्राथमिकी दर्ज है।

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जानकारी के अनुसार रजौली थाना में वर्ष 2017 में 21 जुलाई, वर्ष 2018 में 17 सितंबर और वर्ष 2019 में 24 जनवरी को नक्सली श्रवण के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज है। तीनों कांडों में उसपर सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में शामिल होने का आरोप था। प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी, लेकिन अक्सर वह चकमा देकर भाग निकलता था।

जानकार बताते हैं कि वह जोनल कमांडर प्रद्युम्न शर्मा का खास करीबी था। श्रवण की मौत प्रद्युम्न दस्ते के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं माना जा रहा है। कहा जाता है कि वह प्रद्युम्न का अंगरक्षक के रूप में काम करता था।

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गया जिले में भी दर्ज है कई मामले

कोडरमा जिले के एसपी के मुताबिक, मृतक के विरुद्ध गया जिले के बेलागंज और खिजरसराय में पांच मामले दर्ज हैं। वहीं, झारखंड के तिलैया थाना में भी उग्रवादी घटना से संबंधित प्राथमिकी दर्ज है। गया जिले के खिजरसराय थाना में कांड संख्या 60/11, 77/12, 90/12 और 41/16 दर्ज है। वहीं बेलागंज थाना में कांड संख्या 138/16 दर्ज है, जबकि तिलैया थाना में कांड संख्या 23/15 दर्ज है। पिछले कई वर्षो से वह नक्सली गतिविधियों में जुड़ा हुआ था और जोनल कमांडर प्रद्युम्न के लिए काम करता था। श्रवन मांझी मूल रूप से गया जिले के खिजरसराय थाना क्षेत्र के डेमा गांव का रहने वाला है।

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सर्च ऑपरेशन के

दौरान हुआ था मुठभेड़

सीमावर्ती कोडरमा जिले के सतगावां थाना क्षेत्र के पेट्रो जंगल में गुरुवार को सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। इसी दौरान सात-आठ की संख्या में रहे नक्सलियों ने फायरिग कर दी। पुलिस की ओर से आत्मसमर्पण के लिए भी कहा गया, लेकिन नक्सली फायरिग करते रहे। उसके बाद आत्म रक्षा में पुलिस की तरफ से फायरिग की गई। चारों तरफ से घिरते देख प्रद्युम्न शर्मा हथियार छोड़कर भागने लगा। इस दौरान वह शोर मचा रहा था कि उसे भी गोली लगी है, इसलिए सभी लोग भागो। फायरिग थमने के बाद सर्च ऑपरेशन में मृत नक्सली का शरीर और हथियार को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। मृत नक्सली काली रंग की वर्दी पहने हुआ था।

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बिहार-झारखंड की सीमा

तलाशी अभियान जारी

संस, रजौली : मुठभेड़ के बाद बिहार-झारखंड की सीमा पर लगातार सर्च ऑपरेशन जारी है। नवादा जिले की तरफ से गोविदपुर और रजौली थाना क्षेत्र में नक्सलियों की तलाश में छापेमारी अभियान जारी है। माना जा रहा है कि गोली लगने से घायल जोनल कमांडर प्रद्युम्न शर्मा काफी दूर नहीं जा सका होगा। आसपास के इलाके में ही छिपा हुआ है और अपना इलाज करवा रहा है। ऐसे में उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान में तेजी आ गई है। कोडरमा जिले की पुलिस भी अपने क्षेत्र में सघन ऑपरेशन चला रही है। सुरक्षाबल जंगलों का चप्पा-चप्पा खंगाल रहे हैं।


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