डेयरी उद्यमिता विकास में किसानों को नाबार्ड दे रही अनुदान
डेयरी उद्यमिता विकास योजना व अन्य केंद्र प्रायोजित योजनाओं के क्रियान्वन को लेकर नाबार्ड की ओर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
नवादा। डेयरी उद्यमिता विकास योजना व अन्य केंद्र प्रायोजित योजनाओं के क्रियान्वन को लेकर नाबार्ड की ओर से गुरुवार को कार्यशाला आयोजित की गई। समर्पण होटल सभागार में हुए इस कार्यक्रम का उदघाटन पीएनबी के एलडीएम नरेंद्र दत्त ने उद्घाटन किया। उन्होंने ग्रामीण विकास के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयास की सराहना की। बैंकों से कहा कि डेयरी उद्यमिता के क्षेत्र में इच्छुक लाभुक का चयन कर उन्हें बैंक से योजना का लाभ दिलाएं। योजना में नाबार्ड की ओर से देय अनुदान की राशि दिलाने में सहयोग करें। इसके साथ ही एलडीएम ने योजना के प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया। कार्यक्रम के आयोजक नाबार्ड के डीडीएम गंगेश कुमार ने प्रतिनिधियों को बताया कि बैंक व अन्य स्टेकहोल्डर के माध्यम से योजना को लेकर जागरूकता लाई जाए।
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बिहार को मिली 16.13 करोड़ की राशि
-डेयरी के क्षेत्र में प्रगति को लेकर केंद्र सरकार ने वर्ष 2018-19 में बिहार राज्य को 16.13 करोड़ की राशि मुहैया कराई है। इसमें सामान्य वर्ग के लाभुक को योजना में अनुदान के तौर पर 25 प्रतिशत व अनुसूचित जाति के लाभुक को 33.3 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने देशी नस्ल की गाय व भैंस के पालन पर विशेष तौर पर जोर दिया। डीडीएम ने बताया कि एग्रीक्लीनिक व एग्री बिजनेस सेंटर के लिए कृषि स्नातक लाभ ले सकते हैं। यह सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। कार्यशाला में एमबीजीबी के क्षेत्रीय प्रबंधक अरूणकुमा झा ने कहा कि उनके बैंक की ओर से सर्वाधिक ऋण मुहैया कराया जा रहा है। जीविका के डीपीएम पंचम कुमार ने इस तरह की योजनाओं में जागरूकता को लेकर जोर दिया। ताकि समाज के कमजोर तबका के लोग भी योजना लाभ ले सकें। कार्यक्रम में विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि व संस्था के प्रतिनिधि उपस्थित थे।