भारत बंद की सफलता को लेकर हुई बैठक
- अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा - 8 जनवरी को भारत बंद को सफल बनाने सड़क पर उतरेंगे किसान --------------- फोटो-07 --------------- संवाद सहयोगी नवादा
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति का सम्मेलन रविवार को नगर के श्रीकृष्ण स्मारक भवन में हुई। किसान सभा के जगदीश यादव, जनार्दन सिंह, किशोरी प्रसाद की संयुक्त अध्यक्षता में कार्यक्रम चला। जिसमें 8 जनवरी को भारत बंद समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई। किसान महासभा के जिला संयोजक किशोरी प्रसाद ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार किसान विरोधी है। किसानों को कर्ज से मुक्ति, 60 वर्ष से अधिक उम्र के किसानों को पांच हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन देने, फसल बीमा योजना को सार्वजनिक कंपनी के हवाले करने, किसानों के साथ भेदभाव बंद करने, सकरी-नाटा नदी को धरातल पर उतारने, वारिसलीगंज चीनी मिल को चालू करने सहित 18 सूत्री मांगों को लेकर आठ जनवरी को ग्रामीण भारत बंद की सफलता के किसान सड़क पर उतरेंगे। किसान सभा के जिला सचिव रामजतन सिंह ने कहा कि किसानों को मजबूत संघर्ष खड़ा करने की जरुरत है। किसान सभा अजय भवन के जनार्दन सिंह ने कहा कि 8 जनवरी को मोदी-नीतीश सरकार को अपनी मांगों को मनवाने को मजबूर किया जाएगा और संघर्ष को तेज किया जाएगा। सम्मेलन को गोविद प्रसाद, खेग्रामस के जिला सचिव अजीत कुमार मेहता, मुकलेश कुमार, बैजनाथ सिंह, जगदीश चौहान, उमेश प्रसाद ने भी संबोधित किया। एक जनवरी से सात जनवरी तक ग्राम बैठक और प्रखंड मुख्यालय में धरना प्रदर्शन नुक्कड़ सभा करने का निर्णय लिया गया। कार्यक्रम में दर्जनों किसान कार्यकर्ता शामिल हुए।
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कर्मचारियों का दोहन कर रही सरकार
संस, नवादा : अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोपगुट की बैठक पशुपालन विभाग के परिसर में हुई। जिसमें ट्रेड यूनियन के आह्वान पर 8 जनवरी को आहूत भारत बंद की सफलता पर चर्चा की गई। गोपगुट के जिला सचिव हाजी मो. सज्जाद खां ने कहा कि सरकार कर्मचारियों का दोहन कर रही है। सभी विभागों का निजीकरण किया जा रहा है। सुलेखा कुमारी ने कहा कि सितंबर में एएनएम की बहाली हुई, लेकिन अबतक वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। जिससे रोष व्याप्त है। मौके पर आशा कुमारी, शशिभूषण प्रसाद, दिनेश प्रसाद यादव, रितिका कुमारी, प्रतिमा कुमारी, लालती कुमारी, संजय कुमार, राहुल कुमार, गायत्री कुमारी, कौशल्या देवी आदि उपस्थित थे।