मैट्रिक परीक्षा के छठे दिन 696 परीक्षार्थी अनुपस्थित
जिले के 28 केंद्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से मैट्रिक की परीक्षा आयोजित की जा रही है। परीक्षा के छठे दिन शनिवार को 696 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
जिले के 28 केंद्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से मैट्रिक की परीक्षा आयोजित की जा रही है। परीक्षा के छठे दिन शनिवार को 696 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। पहली पाली में 315 और दूसरी पाली में 381 परीक्षार्थियों ने परीक्षा में भाग नहीं लिया। माना जा रहा है कि परीक्षा में सख्ती के चलते परीक्षार्थी अनुपस्थित रह रहे हैं। जिला नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार, पहली पाली में 19 हजार 71 और दूसरी पाली में 17 हजार 460 परीक्षार्थियों ने द्वितीय भारतीय भाषा विषय की परीक्षा में भाग लिया। इस बीच मौसम में आए बदलाव के बाद परीक्षार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। खासकर पहली पाली की परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी बारिश में भींग कर परीक्षा देने अपने-अपने केंद्रों पर पहुंचे। कीचड़मय सड़क पर चप्पल पहन कर केंद्रों तक जाने में परेशानी उठानी पड़ी। बोर्ड के निर्देश के अनुसार परीक्षार्थी जूता पहन कर परीक्षा नहीं दे सकते हैं। इधर, कदाचार मुक्त माहौल में परीक्षा संचालन को लेकर अधिकारी लगातार परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण करते रहे। उड़नदस्ता और गश्ती दल में शामिल पदाधिकारी लगातार भ्रमणशील रहे। केंद्रों के बाहर जुटी भीड़ को हटाने के लिए पुलिसकर्मी लगातार केंद्रों के पास घूमते रहे। बता दें कि नवादा सहित वारिसलीगंज व रजौली में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
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शिक्षकों से मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करने की अपील
संस, नवादा : बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति ने शिक्षकों से इंटर व मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन नहीं करने की अपील की है। समिति के जिला संयोजक अशोक कुमार सिंह, रामजी प्रसाद व विनय प्रभाकर ने कहा कि 17 फरवरी से शिक्षक हड़ताल पर हैं। बावजूद इंटर व मैट्रिक की कॉपियों के मूल्यांकन के लिए कई शिक्षकों पर दबाव बनाया जा रहा है। शिक्षक नेताओं ने अपील करते हुए कहा कि मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार कर आंदोलन को मजबूती प्रदान करें। संघर्ष समिति हर परिस्थितियों में शिक्षकों का साथ देने के लिए तैयार है।