बाजार में पति को पुलिस पीट न दे इसलिए पत्नी चली आई साथ
सोमवार शाम के करीब चार बज रहे थे। नवादा नगर के मेन रोड में एक अधेड़ दंपती पर नजर पड़ी।
सोमवार शाम के करीब चार बज रहे थे। नवादा नगर के मेन रोड में एक अधेड़ दंपती पर नजर पड़ी। पूछने पर महिला ने बताया कि नवीन नगर मोहल्ला से आए हैं। बाजार में काम क्या था, क्या खरीदारी करनी थी इन सवालों पर पति झेप गए। पत्नी ने पति की ओर इशारा करते हुए कहा कि इनको कुछ काम था, पुलिस पीट न दे इसलिए मैं साथ आ गई। कोरोना संक्रमण का चेन तोड़ने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन चल रहा है। नियम कानून सख्त हैं। कुछ ढील दी गई है तो शर्तों के साथ। अर्थात बेवजह बाहर नहीं आना है। लेकिन, घर में बैठे-बैठे लोग ऐसे उब गए हैं कि बिना काम काज के ही बाहर आ जा रहे हैं। सिर्फ इसलिए कि बाजार की तस्वीर क्या है कम से कम लॉकडाउन की अवधि में एक बार जरूर देख लें। नवादा कलेक्ट्रेट के पास भदौनी गांव के अर्जुन प्रसाद मिले। पूछने पर बताया कि सामान लेने आया हूं। बिहारशरीफ बस पड़ाव की ओर जा रहे थे। क्या काम था, बताने से परहेज कर गए। कई लोगों से बातचीत हुई लेकिन काम क्या है, साफ बताने से मुकरते दिखे। पुलिस-प्रशासन का काम वाहनों की जांच तक सिमट गया है। जहां-तहां नाका लगा दो पहिया व चार पहिया वाहनों की जांच की जाती है। परिवहन नियमों का उल्लंघन और कागजातों की कमी पर वाहनों की जब्ती या जुर्माना वसूली तक ही प्रशासन सिमट कर रह गई है। ऐसे में बाजारों में भीड़-भाड़ बढ़ी है, तो लॉकडाउन व फिजिकल डिस्टेंसिग का उल्लंघन भी हो रहा है। वैसे बाजार भी धीरे-धीरे खुल रहे हैं तो लोगों का आना-जाना भी स्वभाविक ही है।