गंदगी से कस्तूरबा विद्यालय की बच्चियों की सेहत पर बुरा असर
एक ओर जहां स्वच्छ भारत मिशन के तहत पूरे प्रखंड को ओडीएफ किया जा रहा है और।
नवादा। एक ओर जहां स्वच्छ भारत मिशन के तहत पूरे प्रखंड को ओडीएफ किया जा रहा है और सभी जगहों को साफ -सफाई किया जा रहा है, वहीं हिसुआ स्थित कस्तूरबा विद्यालय के बगल में कूड़ा -कचरा फेंककर बच्चियों की स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। हिसुआ नगर पंचायत की लापरवाही के कारण कस्तूरबा विद्यालय की बच्चियों का जीना दूभर हो गया है। विद्यालय के वार्डन की बेहतर साफ -सफाई और देखरेख के बावजूद यहां पढ़ रही 100 बच्चियों में दो-तीन बच्चियां प्रतिदिन बीमार हो रही है। जिसका स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में इलाज कराया जाता है। गौरतलब हो कि प्रखंड मुख्यालय परिसर स्थित कस्तूरबा विद्यालय हिसुआ के दीवार से सटे खाली जगह पर नगर पंचायत द्वारा प्रतिदिन नगर क्षेत्र का कूड़ा कचरा डंप किया जाता है। कचरा से उठता दुर्गंध छात्राओं का जीवन नारकीय बना रहा है। बच्चियां इसकी गंदगी के कारण बीमार हो रही है।
रोना इस बात कि है प्रखंड मुख्यालय परिसर स्थित यह कस्तूरबा विद्यालय से महज 100 मीटर की दूरी पर ही हिसुआ प्रखंड विकास पदाधिकरी ,अंचलाधिकारी एवं हिसुआ पुलिस इंस्पेक्टर का आवास है। कस्तूरबा विद्यालय के बगल में ही एक अन्य प्राथमिक विद्यालय है। बावजूद संबंधित पदाधिकारी एवं अन्य अधिकारी अंजान हैं। गंदगी के अम्बार से यहां पर सभी लोग त्रस्त हैं। समय रहते विभाग सजग नहीं हुआ तो गंदगी महामारी का रुप ले सकता है।
कहती हैं विद्यालय की वार्डन
-हमने विद्यालय के पास खाली गड्ढे को भरकर फील्ड बनाने की मांग किया था। लेकिन खाली पड़े जमीन नगर पंचायत द्वारा भरने के नाम पर पूरे नगर की गंदगी लाकर यहीं डाल दिया जा रहा है। जिस एक महीना से जीना दूभर हो गया है। हम बि¨ल्डग की सारी खिड़कियां बंद रखते हैं, बावजूद दुर्गंध से बच्चियां बीमार हो रही है।
अंजू कुमारी,कस्तूरबा विद्यालय की वार्डन।
कहते हैं पदाधिकरी
-गड्ढा भरने की मांग वार्डन द्वारा किया गया था, पर नगर की गंदगी से भरा जा रहा है। नगर पंचायत की कार्यपालक पदाधिकारी से बात कर सफाईकर्मी को कचरा फेंकने से मना किया जाएगा। जमा कचरे के ऊपर मिट्टी डलवाया जाएगा।
डॉ. मृत्युंजय कुमार, बीडीओ, हिसुआ।