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सुखाड़ से निपटने को लघु सिचाई की 127 योजनाओं पर खर्च होंगे 150 करोड़ रुपये

नवादा जिले में सुखाड़ से निपटने के लिए एक साथ अनेक बड़ी योजनाओं पर काम शुरू होने वाला है। इसके लिए विभागीय स्तर से योजनाएं तय कर ली गई है। जानकारी के मुताबिक लघु सिचाई विभाग की 127 योजनाओं का चयन किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Sep 2019 11:07 PM (IST)Updated: Fri, 20 Sep 2019 06:39 AM (IST)
सुखाड़ से निपटने को लघु सिचाई की 127 योजनाओं पर खर्च होंगे 150 करोड़ रुपये
सुखाड़ से निपटने को लघु सिचाई की 127 योजनाओं पर खर्च होंगे 150 करोड़ रुपये

नवादा जिले में सुखाड़ से निपटने के लिए एक साथ अनेक बड़ी योजनाओं पर काम शुरू होने वाला है। इसके लिए विभागीय स्तर से योजनाएं तय कर ली गई है। जानकारी के मुताबिक लघु सिचाई विभाग की 127 योजनाओं का चयन किया गया है। इनमें आहर-पोखर, पईन जीर्णाेधार, छिलका निर्माण जैसे योजनाएं शामिल हैं। लघु सिचाई विभाग की इन सभी योजनाओं पर विभागीय स्तर से करीब 150 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। जल जीवन हरियाली कार्यक्रम के तहत सिचाई की इन चयनित योजनाओं पर काम जल्द ही शुरू होने वाला है। लघु सिचाई की इन वृहत योजनाओं की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि 2 अक्टूबर से सभी सिचांई योजनाओं पर काम शुरू कर दिया जाएगा। सिचाई योजनाओं का जीर्णोधार अथवा निर्माण कार्य एक साथ शुरू किया जाएगा। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के दिन से एक साथ सभी योजनाओं पर काम कराया जाएगा। विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सभी योजनाओं का टेंडर हो गया है। 30 मार्च 2020 तक सभी योजनाओं का कार्य पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। गौरतलब है कि नवादा जिले में सैकड़ों आहर-पइन व दूसरे जलाशयों की योजनाएं वर्षों से लंबित हैं। इन योजनाओं पर काम होने से इलाके की तस्वीर बदलेगी। निश्चित रूप से इन योजनाओं से स्थानीय इलाके के लोगों को लाभ मिलेगा।

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मशीनों के जरिए शुरू होगा आहर-पोखर का जीर्णोद्धार कार्य

-नवादा जिले में जिन भी सिचाई योजनाओं का चयन किया गया है वहां टेंडर के जरिए ही काम होगा। जो कि पूरा कर लिया गया है। लघु सिचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि सभी जगहों के लिए टेंडर का काम पूरा हो गया है। 2 अक्टूबर से काम शुरू करने का निर्देश दिया गया है। सिचाई योजनाओं पर जो भी काम कराया जाएगा उसकी शतत मोनिटिरिग की जाएगी। इसमें विभागीय अभियंता से लेकर कनीय अभियंताओं को जवाबदेही दी गई है। काम समय से शुरू होकर पूरा हो इसपर भी वरीय अधिकारियों की ओर से पैनी नजर रखी जाएगी।

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मनरेगा से हर पंचायत में बनेगा एक-एक सार्वजनिक तालाब

-मनरेगा से नवादा जिले के सभी 187 पंचायतों में सार्वजनिक तालाब के निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। एक एकड़ से कम एरिया का सार्वजनिक तालाब बनाया जाएगा। इसमें विभागीय मदद दी जाएगी। जिलाधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि आगामी वर्षात के सीजन में वर्षा जल का संरक्षण हो इसे लेकर सभी पंचायतों में तालाब बनाया जा रहा है। ताकि वर्षा का जल उन तालाबों में जमा हो सके। इसके जरिए भू-जल संरचना को भी सु²ढ़ किया जा सकेगा।

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क्या कहते हैं अधिकारी:

जल जीवन हरियाली कार्यक्रम के तहत जिले में लघु सिचाई की 127 योजनाओं पर काम शुरू होना है। 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के दिन से सभी जगहों पर काम शुरू किया जाएगा। इसे लेकर तैयारी की जा रही है। इसके साथ ही जल संरक्षण व भू-जल संवर्धन के लिए मनरेगा से पंचायतों में सार्वजनिक तालाब निर्माण की भी योजनाएं तय की गई है। इन योजनाओं के क्रियान्वयन से जिला को लाभ होगा।

कौशल कुमार, जिलाधिकारी, नवादा।

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पैकेजिग स्टोरी-वन

भू-जल संवर्धन में सहायक हैं पोखर-तालाब, आहर व पईन नवादा : पीएचईडी के एक्सक्यूटिव चंदेश्वर राम भू-जल संवर्धन की प्रक्रिया को बताते हैं। उन्होंने कहा कि जिस भी इलाके में आहर, पोखर, तालाब, पइन जैसे प्राकृतिक जल श्रोत रहते हैं वहां पानी का भू-जल स्तर बेहतर रहता है। आहर-पोखर व तालाब में बरसात के दिनों में पानी जमा होता है। जो धीरे-धीरे मिट्टी के जरिए अंदर की सतह तक जाते हैं। इससे वहां का भू-जल संरचना बेहतर बनी रहती है। जमीन पर का पानी मिट्टी के सूक्ष्म छिद्रों से होकर अंदर की सतह तक पहुंचता है। इस तरह से पानी का लेयर धीरे-धीरे उपर की ओर आने लगता है। इसके साथ ही वह इलाके में पेड़-पौधा लगाने की भी जरूरत बताते हैं। अधिकारी ने बताया कि पेड-पौधे वर्षा के बादलों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। जहां भी अधिक वन होते हैं वहां अच्छी बारिश होती है। इससे उस इलाके में पानी की किल्लत नहीं होती।

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ग्राफिक्स:

योजना का नाम-प्राक्कलित राशि

अपसढ़, वारिसलीगंज-9 करोड़

कोनहरा तालाब, काशीचक-1 करोड़ 50 लाख 390

महरथ पोखर-1, काशीचक-3 करोड़ 34 लाख 550

सरकंडा जोगी तालाब, गोविदपुर-2 करोड़ 13 लाख 670

मोसमा पोखर-2, वारिसलीगंज-1 करोड़ 17 लाख 540

अपसढ़-जमुआवां पोखर, वारिसलीगंज-1 करोड़ 16 लाख 187

हरना आहर पईन सिचाई योजना, गोविदपुर-4 करोड़ 60 लाख 030

ओहारी-नजरडीह आहर पईन, रोह-3 करोड़ 98 लाख 963

बजरा-मोहम्दपुर आहर पइन, हिसुआ- 2करोड़ 83 लाख 710

हदसा-बढ़ौना भदसेनी योजना, हिसुआ-7 करोड़ 57 लाख 350

अवनैया आहर, गोविदपुर-4 करोड़ 98 लाख 377

गुलनी आहर-पइन, पकरीबरावां- 4 करोड़ 20 लाख 410

झुनाठी आहर-पइन, नवादा- 1 करोड़ 46 लाख 689

पसरैला आहर व आशाडोम पोखर, रजौली- 2 करोड़ 21 लाख 159

मेसकौर पोखर, मेसकौर- 1 करोड़ 65 लाख

बदलपुर पोखर, नरहट- 1 करोड़ 55 लाख

-इसके अलावा अन्य प्रखंडों में भी दर्जनों सिचाई योजनाएं चयनित की गई है।


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