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रजौली के जंगली इलाकों में बढ़ी नक्सलियों की आमदरफ्त

नोट - खबर से संबंधित लोगो लगा लें। -------------- - सरकारी योजनाओं का काम करा रहे ठीकेदारों और ईट-भट्ठा संचालकों से मांगी जा रही लेवी - नक्सलियों के भय से कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे संबंधित लोग दहशत व्याप्त - पिछले दिनों पुल का निर्माण करा रहे ठीकेदार को पत्र देकर नक्सलियों की ओर से मांगी गई थी लेवी ----------------------- संवाद सहयोगी रजौली

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Dec 2019 11:51 PM (IST)Updated: Fri, 27 Dec 2019 11:51 PM (IST)
रजौली के जंगली इलाकों में बढ़ी नक्सलियों की आमदरफ्त
रजौली के जंगली इलाकों में बढ़ी नक्सलियों की आमदरफ्त

थाना क्षेत्र में एक बार फिर नक्सलियों की सक्रियता बढ़ गई है। विभिन्न गांवों में नक्सलियों की चहलकदमी शुरू है। इसे लेकर लोगों में दहशत व्याप्त होने लगा है। लेकिन नक्सलियों के भय से लोग कुछ भी बोलने-बताने से परहेज कर रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि धमनी, हाथोचक, फरक्का बुजुर्ग के क्षेत्रों में चल रहे पुल निर्माण, सड़क निर्माण और ईट-भट्ठा संचालकों से नक्सलियों द्वारा लेवी की मांग की जा रही है। बकायदा भाकपा माओवादी के मगध जोन के लेटर पैड पर पत्र जारी कर ऐसे लोगों से लेवी की डिमांड की जा रही है।

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जानकार यह भी बताते हैं कि 20 दिसंबर की रात से ही क्षेत्र में नक्सली सक्रिय हैं। आठ-दस की संख्या में नक्सलियों का जत्था ठीकेदारों से लेवी मांगने में जुटा है। पिछले दिनों रजौली सिमरकोल-धमनी पथ पर छतनी गांव के समीप खुरी नदी पर पुल निर्माण करा रहे कुमार कंस्ट्रक्शन से लेवी मांगी गई थी। जिसके बाद कंपनी के मुंशी ने रजौली थाने में सात अज्ञात नक्सलियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस कैंप की व्यवस्था की गई, पुल निर्माण में नक्सली व्यवधान उत्पन्न न कर सकें। हालांकि जंगली और पहाड़ी इलाकों में ईट-भट्ठा संचालक पुलिस के पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। वे गुपचुप तरीके से मामले को सलटाने में जुटे हुए हैं। गौरतलब है कि कुछ वर्ष पहले इन क्षेत्रों में नक्सलियों की काफी सक्रियता होती थी। उस समय मंजर इतना खौफनाक था कि दिन के उजाले में नक्सलियों के दर्जनों सदस्य हरवे-हथियार लेकर गांव में मीटिग किया करते थे। तब पुलिस ने लगातार अभियान चलाकर नक्सलियों खदेड़ दिया था। नक्सलियों की गतिविधियां काफी कम हो गई थी। लेकिन एकबार उनकी सक्रियता से इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में दहशत व्याप्त है।

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कहते हैं अधिकारी

- नक्सलियों की सभी गतिविधियों पर पुलिस की पैनी नजर है। जहां भी सरकारी योजना से विकास कार्य चल रहे हैं, उन जगहों पर गश्ती बढ़ा दी गई है। जहां से लिखित शिकायत मिली है, वहां पर पुलिस बल की तैनाती भी की गई है।

-संजय कुमार, एसडीपीओ, रजौली।


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