एके-47 से लैस अपराधी भानेखाप में अभ्रक खनन की कर रहे पहरेदारी
नवादा। रजौली थाना से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हरदिया पंचायत के भनेखाप में पिछले 10 दिनों से अभ्रक माफिया एके-47 जैसे अत्याधुनिक हथियार के संरक्षण में अवैध खनन करा रहे हैं।
नवादा। रजौली थाना से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हरदिया पंचायत के भनेखाप में पिछले 10 दिनों से अभ्रक माफिया एके-47 जैसे अत्याधुनिक हथियार के संरक्षण में अवैध खनन करा रहे हैं। अवैध खनन करा रहे माफिया अपने गुर्गे को अत्याधुनिक हथियार देकर तीन मोर्चों पर तैनात कर रखे हैं। हर मोर्चे पर माफिया के 5 गुर्गा अत्याधुनिक हथियार लिए खड़े रहते हैं, ताकि किसी भी परिस्थिति से निपटा जा सके। माफिया की मोर्चाबंदी से ऐसा प्रतीत होता है कि बारी आई तो आर-पार हो जाए। माफिया की इस तैयारी को देखकर जंगल में निवास कर रहे लोग दहशत में हैं। उन्हें अनहोनी का आशंका सता रही है पहली बार अबरख के खनन को लेकर अबरख माफिया ने इस तरह का तैयारी किया है। तैयारी को देखकर अंदाजा यह लगाया जा रहा है कि माफिया पुलिस से भी दो-दो हाथ करने से पीछे हटने वाले नहीं है। इससे पहले तो भानेखाप में अवैध खनन दिन के उजाले में होता था, लेकिन व्यवस्था इस बार इतनी तगड़ी हैं कि रात के अंधेरे में भी खनन किया जा रहा है। स्थानीय पुलिस सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनी हुई है। इस बार भनेखाप में अवैध का खनन का जिम्मा झारखंड के कोडरमा का एक और रजौली के हरदिया का एक व्यक्ति ने उठा रखा है। दोनों की जुगलबंदी से अवैध धंधा हो रहा है। बताते चलें कि एक माह पूर्व ही जिले के एएसपी अभियान कुमार आलोक के नेतृत्व में अभ्रक खनन क्षेत्र में छापेमारी कर अवैध रूप से चल रहे खनन कार्य को बंद करवाया गया था। कई माफिया के विरुद्ध वन विभाग ने प्राथमिकी भी दर्ज की थी। उसके बाद अबरख माफियाओं ने कुछ दिनों के लिए काम बंद कर दिया था। काम शुरू करने के लिए कई बार झारखंड के कोडरमा में बड़े माफिया के बीच बैठक हुई थी। उक्त बैठक में पुलिस से निपटने व अवैध खनन की रणनीति बनाई गई थी। तय रणनीति के तहत शुरू कर दिया गया। बताया जाता है कि खनन माफिया के आका ने पुलिस की गतिविधि पर नजर रखने के लिए फुलवरिया जलाशय से लेकर बजरंगबली मोड़ तक 2-2 कि संख्या में पहरेदार नियुक्त कर रखे हैं, जिसका काम पुलिस की हर गतिविधियों पर नजर रखना है।
कहते हैं अधिकारी
- अवैध खनन के संबंध में जानकारी मिली है। सूचना का सत्यापन कराया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्यवाई की जाएगी। हम लोग लगातार इस क्षेत्र पर नजर बनाए हुए हैं।
संजय कुमार, एसडीपीओ, रजौली।