कोरोना की तीसरी संभावित लहर के बीच स्वास्थ्य महकमा अलर्ट
नवादा कोरोना की संभावित तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है। स्वास्थ्य विभाग भी इस संभावित लहर का भांपकर मुकाबला करने को लेकर अलर्ट है। परंतु कौआकोल पीएचसी में अब भी काफी कमियां है जिसे दूर करने की जरूरत महसूस की जा रही है।
नवादा : कोरोना की संभावित तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है। स्वास्थ्य विभाग भी इस संभावित लहर का भांपकर मुकाबला करने को लेकर अलर्ट है। परंतु कौआकोल पीएचसी में अब भी काफी कमियां है, जिसे दूर करने की जरूरत महसूस की जा रही है। फिलहाल, जो साधन-ससांधन उपलब्ध है, वह क्योंकि पिछले दो लहर को देखते हुए तीसरी लहर को झेलने में नाकाफी साबित हो सकता है। कौआकोल का इलाका वैसे भी मौसम व भौगोलिक ²ष्टिकोण से मलेरिया प्रभावित क्षेत्र रहा है। ऐसी परिस्थिति में यहां पर सर्दी, खांसी, बुखार, मलेरिया एवं टायफाइड जैसी मौसमी बीमारियों का उपचार भी ठीक से उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। जांच की सुविधा भी नगण्य है। ऐसे में लोग सरकारी अस्पताल के बजाय निजी नर्सिंग होम में उपचार करवाना बेहतर समझते हैं। अब बात की जाए संसाधन की तो कौआकोल पीएचसी का भवन पूरी तरह जर्जर हाल में है। यहां मात्र 6 बेड की सुविधा है। पीएचसी में एक दंत चिकित्सक समेत दो चिकित्सक कार्यरत हैं। जबकि पांच चिकित्सक अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत हैं। उन चिकित्सकों से भी आवश्यकतानुसार कार्य लिया जा रहा है। पीएचसी में पूर्व से कार्यरत रहे 26 एएनएम में 7 का तबादला हो चुका है। कौआकोल में एम्बुलेंस की स्थिति ठीक है। फिलहाल यहां दो एमबुलेंस की सुविधा मरीजों के लिए उपलब्ध है। जबकि 14 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है। कोरोना की रोकथाम के लिए वैक्सीनेशन और कोरोना टेस्टिग पर बल दिया जा रहा है। फिलहाल पीएचसी में एंटीजन कीट से कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध है। ट्रूनेट और आरटीपीसीआर जांच की सुविधा यहां नहीं है। आरटीपीसीआर रिपोर्ट आज भी बाहर से ही आती है। मिला जुलाकर यूं कहें तो कौआकोल पीएचसी में साधन-संसाधन की कमी कोरोना की तीसरी लहर को प्रभावित कर सकती है। वैसे,स्वास्थ्य प्रबंधक रविचद्र प्रसाद कहते हैं कि संभावित तीसरी कोरोना लहर को देखते हुए पीएचसी कौआकोल में तैयारी की जा रही है। किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए स्थानीय प्रबंधन तैयार है।