फोरेंसिक टीम ने लिया घटनास्थल का जायजा
अपहृत युवकों की हत्या के बाद हत्यारों की गिरफ्तारी की दिशा में पुलिसिया कार्रवाई तेज हो गई है।
अपहृत युवकों की हत्या के बाद हत्यारों की गिरफ्तारी की दिशा में पुलिसिया कार्रवाई तेज हो गई है। हत्यारों का सुराग पता करने के लिए फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड की मदद ली जा रही है। हालांकि अबतक पुलिस के हाथ पूरी तरह खाली हैं। कौआकोल थाने के एएसआइ सुरेंद्र प्रसाद राम के साथ पटना से पहुंची फोरेंसिक टीम घटनास्थल तक गई वहां का जायजा लिया। टीम में शामिल अधिकारियों ने पूरी बारीकी से मुआयना किया। इस दौरान घटनास्थल से जांच के लिए कई प्रकार का सैंपल उठाया गया। काफी देर तक फोरेंसिक टीम जांच में जुटी रही। इसी बीच डॉग स्क्वायड की टीम भी वहां पहुंची और अपने स्तर पर जांच-पड़ताल की। लेकिन किसी प्रकार का सुराग हाथ नहीं लग सका। फोरेंसिक टीम की जांच रिपोर्ट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद जांच में तेजी आने की उम्मीद है। कुल मिलाकर पुलिस अबतक अंधेरे में तीर मार रही है। अबतक तीनों युवकों के अपहरण और हत्या के कारणों तक भी पुलिस नहीं पहुंच सकी है। गौरतलब है कि 24 मई की शाम में कदहर-चंदद्रीप मुख्य पथ पर कदहर नहर के पास बोलेरो सवार अपराधियों ने जमुई जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र के सिकंदरा बाजार निवासी राजकुमार उर्फ पल्लू यादव,बिक्की कुमार रजक तथा जितेंद्र कुमार उर्फ रिकू यादव को अगवा कर लिया था। तीनों युवक दो अलग-अलग बाइक पर सवार होकर कौआकोल से वापस सिकंदरा लौट रहे थे। इस बाबत अपहृत युवकों के परिजनों ने 25 मई को कौआकोल थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। अपहरण के छह दिनों बाद 29 मई की सुबह भोरमबाग जंगल में महादेव मठ के पास पहाड़ पर तीनों का क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया था। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल पैदा हो गया है। अब देखना है कि पुलिस प्रशासन कब तक उन तीनों युवकों के हत्यारों तक पहुंच पाती है।