फ्रैं¨कग मशीन के खराब रहने से न्यायिक प्रक्रिया पर असर
व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित फ्रैंकिगं मशीन के बराबर खराब रहने के कारण न्यायिक प्रक्रिया।
व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित फ्रैंकिगं मशीन के बराबर खराब रहने के कारण न्यायिक प्रक्रिया पर असर पड़ रहा है। शपथपत्र बनवाने की प्रकिया पूरी तरह ठप हो जाती है। जबकि जाली स्टांप बिकने की संभावना प्रवल हो गई है। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को मशीन फिर खराब हुआ। नतीजन अदालत में बिना स्टांप के ही आवेदन दायर किए गए। वहीं न्यायालय में साक्ष्य के रूप में दायर होने वाला शपथपत्र निष्पादित नहीं हो सका। मशीन के खराब होने का यह पहला दिन नहीं है। आए दिन कुछ न कुछ समस्याएं आती रहती है। जिसका बुरा असर न्यायिक प्रक्रिया पर पड़ता है। गौरतलब हो कि जाली स्टांप की बिक्री पर रोक लगाने तथा स्टांप बिक्री प्रक्रिया को सरल बनाने के उद्देश्य से व्यवहार न्यायालय परिसर में दो मशीन लगाया गया था। जिसका उद्घाटन तत्कालीन जिला पदाधिकारी सफीना एन ने किया था। इस व्यवस्था की जिम्मेवारी निबंधन विभाग को सौंपी गई है। समय के अंतराल में एक मशीन के खराब होने पर केवल एक ही मशीन से स्टांप को ¨प्रट किया जाने लगा। जब कभी भी उक्त इकलौता मशीन खराब हो जाता है तो उसका बुरा असर सीधे तौर पर न्यायिक प्रक्रीया पर पड़ता है। ऐसे में जाली स्टांप बिकने का रास्ता साफ हो जाता है।