ई किसान भवन पर कब्जा के विरोध में किसानों व कृषि कर्मियों ने किया हंगामा
प्रखंड परिसर स्थित ई किसान भवन पर लगभग एक वर्ष से अधिक समय से बाल विकास परियोजना काया।
नवादा। प्रखंड परिसर स्थित ई किसान भवन पर लगभग एक वर्ष से अधिक समय से बाल विकास परियोजना कार्यालय संचालित होने से नाराज किसानों का गुस्सा बुधवार को फूट पड़ा। किसानों ने ई किसान भवन पर बाल विकास परियोजना कार्यालय स्थापित कर अवैध कब्जा करने व कार्यालय खाली करने के नोटिस आए हुए एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी स्थिति यथावत रहने पर सीडीपीओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसान अजय कुमार, बिरेन्द्र कुमार, विष्णुनदेव महतो, चन्द्रभूषण ¨सह, विनोद ¨सह, महेन्द्र यादव आदि ने कहा कि सीडीपीओ की मनमानी के कारण उनलोगों को अनावश्यक रुप से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अपना कार्यालय होने के बावजूद किसानों को कृषि विभाग के अधिकारियों एवं कर्मियों से मिलने व योजनाओं सम्बंधित जानकारी लेने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। वहीं कृषि विभाग के कर्मियों का भी कहना है कि ई किसान भवन में बाल विकास परियोजना कार्यालय खुल जाने के बाद उनलोगों को काम करने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। जबकि कृषि विभाग से संबंधित दस्तावेज भी सुरक्षित रखना मुश्किल हो रहा है। बता दें कि ई किसान भवन में सीडीपीओ ने बिना किसी आदेश के बाल विकास परियोजना कार्यालय को लगभग एक वर्ष पूर्व स्थापित कर लिया था। तब से इस विभाग का कार्य ई किसान भवन में ही संचालित हो रहा है। जिससे किसानों एवं कृषि कर्मियों में काफी नाराजगी है। जिसके बाद इस पर संज्ञान लेते हुए जिला कृषि पदाधिकारी ने अपने पत्रांक-1403,दिनांक- 01.08.2018 के माध्यम से तत्काल ई किसान भवन से बाल विकास परियोजना कार्यालय को हटाने का आदेश बीडीओ को दिया था। बीडीओ ने भी अपने पत्रांक -1252,दिनांक- 09.08.2018 के माध्यम से सीडीपीओ को अपना कार्यालय ई किसान भवन से हटाकर अपने मूल आवंटित भवन में ही चलाने का निर्देश दिया था। बावजूद अभी तक बाल विकास परियोजना कार्यालय ई किसान भवन में ही संचालित हो रहा है। जिससे किसानों के साथ साथ कृषि विभाग के कर्मियों में भी काफी रोष है।