इजहारचक के ग्रामीणों ने किया थाने पर हंगामा
सोमवार की देर शाम नरहट थाने पर इजहार चक गांव के सैकड़ों लोगों ने जमकर हंगामा किया। हंगामा कर रहे लोग काफी आक्रोशित थे। मामला गांव की एक लड़की द्वारा छेड़खानी के मामले में 21 लोगों को आरोपित बनाने से जुड़ा है।
सोमवार की देर शाम नरहट थाने पर इजहार चक गांव के सैकड़ों लोगों ने जमकर हंगामा किया। हंगामा कर रहे लोग काफी आक्रोशित थे। मामला गांव की एक लड़की द्वारा छेड़खानी के मामले में 21 लोगों को आरोपित बनाने से जुड़ा है।
आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि मुहर्रम के दौरान उक्त लड़की ने 21 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। फिर उसी लड़की द्वारा दोबारा 17 अक्टूबर को छेड़छाड़ का झूठा आरोप लगाते हुए 7 लोगों को आरोपित किया गया है। ग्रामीणों का कहना था कि इजहारचक गांव थाना से मात्र 50 गज की दूरी पर है। इसके बावजूद थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र प्रसाद ने बिना जांच पड़ताल किए पूर्व में 21 और उसके बाद 7 लोग कुल 28 लोगों का आरोपित बनाते हुए मामला दर्ज कर लिया है। ग्रामीणों का आरोप था कि पुलिस इंसाफ नहीं कर रही है। ग्रामीणों का यह भी कहना था कि इजहारचक मात्र 40 घर का मुस्लिम समुदाय का गांव है। जिसमें 28 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है। पीड़िता व आरोपित पक्ष एक ही समुदाय से आते हैं। समाचार लिखे जाने तक ग्रामीण थाना गेट के पास जमे थे। इधर, थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र प्रसाद ने बताया कि हंगामा कर रहे ग्रामीणों का आरोप गलत है। कोई भी पीड़ित हमारे पास आएगा तो उनके बयान पर प्राथमिकी दर्ज किया जाएगा। पीड़िता महिला ने गांव के कुछ लोगों पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। गांव के लोग उसे प्रताड़ित भी करते हैं। जांच किया जा रहा है। कुछ लोग हंगामा खड़ा कर मामले को दबाना चाहते हैं। इधर, कुछ लोगों का कहना है कि कथित पीड़िता एक निजी बैंक की अभिकर्ता है। कई लोगों के लाखों रुपये उसने उक्त बैंक में जमा करवा रखी है। समय पूरा होने पर लोग रुपये वापस कराने की मांग करने जाते हैं तो वह फर्जी आरोपों में मुकदमा दर्ज करा देती हैं। बहरहाल सच क्या है, पूरी जांच के बाद ही समाने आएगा।