खुद खेत तक ले गए बिजली तार, अब मीटर लगाने को हो रहे दर-बदर
-मीटर कनेक्शन के लिए दो वर्ष पूर्व दिए थे आवेदन अब तक इंतजार -कौआकोल के किसानों के समक्ष सिचाई की बनी है समस्या -फसल प्रभावित कई बार लगा चुके हैं गुहार पर आश्वासन नहीं फोटो-03 ---------------- संसू कौआकोल
नवादा । कौआकोल के किसानों द्वारा दो वर्ष पूर्व खेती पटवन के कनेक्शन के लिए बिजली विभाग को दिए गए आवेदन के बावजूद आज तक उनका मीटर नहीं लग सका है। इसके कारण वे खेतों की पटवन के लिए बिजली मोटर का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। इससे कौआकोल के किसानों के समक्ष सिचाई की समस्या काफी विक्राल बनी हुई है। प्रखंड के किसान अपनी खेतों से भरपूर फसल नहीं ले पा रहे हैं।
नतीजतन प्रखंड के किसानों को अपनी भूूख मिटाने के लिए भारी परेशानी झेलने के लिए विवश होना पड़ रहा है। यहां तक कि किसान खुद खेतों तक लकड़ी के खंभों पर बिजली की तार खींच कर ले गए हैं। अब मीटर लगवाने के लिए कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। विभाग दो वर्ष बाद भी मीटर लगाने में टालमटोल कर रहा है। प्रखंड के किसान अफसरों के रवैये से नाराज हैं। सिचाई की व्यवस्था नहीं होने से सैकड़ों एकड़ में किसानों की लगी गरमा फसल बर्बाद तो हुई ही धान रोपनी में भी परेशानी हो रही है।
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एक साल पूर्व ही बिजली विभाग द्वारा प्रखंड स्तर पर किसानों को पटवन के लिए फ्री कनेक्शन देने के लिए प्रत्येक बुधवार को शिविर लगाए जाते थे। उस शिविर में उन्होंने सिचाई के लिए कनेक्शन लेने हेतु आवेदन जमा किया। विभाग द्वारा आवेदन को स्वीकृत कर उसका नंबर उनके मोबाइल पर मैसेज भी दे दिया गया। इसके बाद भी आज तक उन्हें न तो कनेक्शन दिया गया और न ही उनका मीटर लगा। कनेक्शन तथा मीटर नहीं लगाने से निराश किसानों ने बिजली विभाग के स्थानीय कार्यालय पहुंचकर जानकारी मांगी तो वहां पर रहे कर्मियों ने बताया कि शिविर के माध्यम से आए आवेदनों का न तो कहीं अता-पता है और न ही उसका कोई मतलब। कर्मियों के इस तरह की जवाब से उन्हें गहरा धक्का लगा। वे निराश हो घर बैठ गए।
रामप्रवेश कुमार, मुकेश कुमार, बिन्दीचक
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सरकार द्वारा किसानों के लिए बिजली से किफायती दर पर पटवन कौआकोल में पूरी तरह से सफेद हाथी साबित होकर रह गया है। कनेक्शन के लिए वे एक वर्ष पूर्व ही शिविर के माध्यम से आवेदन दिए हैं, पर आज तक उनका मीटर नहीं लग सका। इससे किसानों के सामने पटवन कीं समस्या विक्राल हो गई है। पटवन के अभाव में लहलहाती फसल जल रहे हैं। इससे किसान निराश हैं।
-मनोज कुमार, वाजितपुर
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जेई नहीं उठाई फोन
उठाने की जहमत
इस संबंध में बिजली विभाग के जेई धर्मेंद्र कुमार से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कॉल नहीं उठाया। इसके कारण उनकी प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।