घर में पढ़ी नमाज, परिवार संग मनाई ईद की खुशियां
मुसलमानों का खास त्योहार ईद-उल-फितर सोमवार को मनाया गया।
मुसलमानों का खास त्योहार ईद-उल-फितर सोमवार को मनाया गया। लॉकडाउन की पाबंदियों के चलते अकीदतमंदों ने अपने-अपने घरों पर ही ईद की नमाज अदा की। इसके बाद एक-दूसरे को मुबारकबाद दी। मुसलमानों ने इस बार अपने परिवार के संग ही त्योहार की खुशियां मनाई। लॉकडाउन के चलते ईद का उत्साह फीका रहा। पर परिवार के सदस्यों के साथ त्योहार की खुशियां जमकर मनाई। परिवार के सदस्यों ने आपस में ही गले मिलकर बधाइयां दी तो दोस्तों व अन्य लोगों को मोबाइल पर कॉल कर ईद की मुबाकरकबाद दी। परिवार संग लोगों ने सेवई-लच्छा और स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाया।
लॉकडाउन के कारण मस्जिदों और ईदगाह में सामूहिक नमाज अदा नहीं की गई। शासन-प्रशासन के निर्देशों पर अमल करते हुए घर पर नमाज पढ़ी गई। लिहाजा मस्जिदों और ईदगाहों पर सन्नटा पसरा रहा। मस्जिदों में वहां से संबंधित चार-पांच की संख्या में मौलानाओं ने ही नमाज पढ़ी। सामूहिक नमाज नहीं होने का मलाल भी लोगों में दिखा, लेकिन मुल्क की अहमियत को ध्यान में रखा। नहीं लगा मेला, बच्चों में दिखी निराशा
- आमतौर पर कोई भी त्योहार बच्चों के लिए काफी उत्साह भरा होता है। लेकिन, इस बार ईद के अवसर पर कहीं भी मेले का आयोजन नहीं हुआ। फलस्वरूप बच्चों में काफी निराशा देखी गई। बच्चों ने घर पर ही समय बिताया। हालांकि परिवार के बड़े-बुजुर्गों से मिली ईदी ने उनकी खुशियां बढ़ा दी। सोशल मीडिया पर जारी रहा बधाइयों का दौर
- ईद पर्व को लेकर सोशल मीडिया पर बधाइयों का दौर जारी रहा। फेसबुक, वाट्सएप, ट्विटर आदि के माध्यम से लोगों ने एक-दूसरे को ईद की बधाई दी। वीडियो कॉल के माध्यम से दोस्तों और दूर-दराज में रह रहे परिवार के सदस्यों को बधाई दी।