पुल के अभाव में मरीज को समय से अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका, हुई मौत
पुल के अभाव में मरीज को समय से अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका हुई मौत
मस्तिष्क आघात (ब्रेन हेम्रेज) होने पर वृद्ध को समय से इलाज नहीं मिल पाया। इस कारण उनकी मौत हो गई। समय से अस्पताल पहुंचाने में धर्नाजय नदी बाधक बन गई, जिस पर पुल नहीं है। व्यवस्था को कोसते हुए परिजन जार-जार हैं। नवादा जिला में रजौली प्रखंड के चितरकोली गांव में रामस्वरूप यादव को शनिवार को मस्तिष्क आघात हुआ। परिजन उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए निकले। सिल्ली दिबौर के पास धर्नाजय नदी में तीन-चार फीट पानी बह रहा था। ऐसे में वाहन का नदी पार कर पाना संभव नहीं हुआ। अंतत: परिजन उन्हें खाट पर लादकर नदी पार किए। गया में अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई। पटना से रांची जाने वाले राजमार्ग से सिल्ली दिबौर का कनेक्शन है। सड़क तो बनी है, लेकिन नदी पर पुल नहीं। गर्मी आदि के मौसम में तो पानी कम रहने पर ग्रामीण सहजता से नदी पार कर जाते हैं, लेकिन बरसात में सांसत होती है। कई बार स्थिति जानलेवा हो जाती है। रामस्वरूप के भतीजा राजकुमार यादव की शिकायत है कि सरकार इसके लिए पहल नहीं कर रही। इस इलाके लिए यह वर्षो पुरानी समस्या है और हर साल कुछ-न-कुछ अनहोनी होती है। गौरतलब यह कि राजकुमार की पत्नी सुनीता देवी चितरकोली पंचायत की मुखिया हैं।
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