Move to Jagran APP

योगदान देकर मूल्यांकन कार्य नहीं करेंगे वित्तरहित शिक्षक

बुधवार से इंटरमीडिएट परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच होगी। वित्तरहित अनुदानित शिक्षकों ने योगदान देकर मूल्यांकन कार्य नहीं करने का निर्णय लिया है। मूल्यांकन केंद्रों पर योगदान करने के बाद ये शिक्षक कार्य का बहिष्कार करेंगे। वित्तरहित शिक्षक संघर्ष समिति ने यह निर्णय लिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Feb 2020 05:55 PM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 10:45 PM (IST)
योगदान देकर मूल्यांकन कार्य नहीं करेंगे वित्तरहित शिक्षक
योगदान देकर मूल्यांकन कार्य नहीं करेंगे वित्तरहित शिक्षक

संसू, कौआकोल : बुधवार से इंटरमीडिएट परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच होगी। वित्तरहित अनुदानित शिक्षकों ने योगदान देकर मूल्यांकन कार्य नहीं करने का निर्णय लिया है। मूल्यांकन केंद्रों पर योगदान करने के बाद ये शिक्षक कार्य का बहिष्कार करेंगे। वित्तरहित शिक्षक संघर्ष समिति ने यह निर्णय लिया है।

loksabha election banner

गौरतलब है कि 22 फरवरी को शिक्षा विभाग, बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव के साथ वित्तरहित अनुदानित शिक्षक कर्मचारी संघर्ष मोर्चा की वार्ता विफल हो गई थी। उसके बाद शिक्षकों ने राज्य स्तरीय संचालन समिति द्वारा लिए गए निर्णय के आलोक में 26 फरवरी से निर्धारित इंटरमीडिएट मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करने का फैसला लिया था। वित्तरहित अनुदानित शिक्षक कर्मचारी संघर्ष मोर्चा नवादा के जिलाध्यक्ष सह वारसी कॉलेज पाण्डेय गंगौट के प्राचार्य डॉ. बिपिन सिन्हा ने बताया कि वित्तरहित अनुदानित शिक्षकों ने इंटरमीडिएट मूल्यांकन केन्द्रों पर योगदान कर कार्य बहिष्कार करने का फैसला लिया है। संघ द्वारा इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी, मूल्यांकन निदेशक एसकेएम कालेज तथा मूल्यांकन निदेशक गांधी इंटर विद्यालय को सूचित कर दिया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.