पानी की तलाश में भटके हिरण के बच्चे को मारी गोली
भीषण गर्मी न सिर्फ आमलोगों की सेहत को प्रभावित कर रहा है।
नवादा। भीषण गर्मी न सिर्फ आमलोगों की सेहत को प्रभावित कर रहा है, बल्कि इसकी चपेट में जंगली जानवर भी आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला रजौली थानाक्षेत्र के बभनी गांव में देखने को मिला। जहां पानी की तलाश में जंगल से भटक कर एक हिरण का बच्चा पहुंच गया। जहां कुत्तों की झुंड ने उसपर हमला बोल दिया। किसी प्रकार ग्रामीणों ने उसे कुत्ते से बचाया और सूचना वन विभाग को दिया। सूचना मिलते ही वनों के क्षेत्र पदाधिकारी अभय कुमार ¨सह बभनी गांव पहुंचे और घायल हिरण को कब्जे में लेकर रजौली पहुंचे। जहां उसका इलाज कराया गया। शुरूआत में उसके जख्म को देखकर आशंका जताई जा रही थी कि कुत्ते ने उसे नोचा है, लेकिन जब पशु चिकित्सक ने घायल हिरण के बच्चे का उपचार किया तो पता चला कि उसके पैर में गोली मारी गई है। जिससे घायल होकर वह गांव की ओर आ गया। घायल हिरण के बच्चे का इलाज वन विभाग परिसर में किया जा रहा हैं। फिलहाल उसकी जान पर बच्चा खतरा नहीं है। गर्मी पड़ते ही शिकारी जंगल में हो जाते हैं सक्रिय
-गर्मी के मौसम में जंगली क्षेत्रों में पानी की कमी होती है। इस दौरान शिकारी भी सक्रिय हो जाते हैं। जंगली जानवर जब पानी के लिए इधर उधर विचरण करते हैं या जलस्त्रोतों के पास पहुंचते हैं तो शिकारी उसे अपना शिकार बना लेते हैं।
पूर्व में भी हिरण को बनाया जाता रहा है निशाना
-जिले के रजौली, कौआकोल, गो¨वदपुर के जंगलों में वन प्राणियों का शिकार आम बात है। प्रति वर्ष इस प्रकार के मामले सामने आते हैं। कुछ माह पूर्व ही गो¨वदपुर इलाके में जगंल से भटक कर पहुंचे एक हिरण का गला रेत दिया गया। जबतक वन कर्मी पहुंचे और उसे बरामद कर इलाज के लिए लाया उसकी मौत हो गई। गो¨वदरपुर व कौआकोल थाना क्षेत्रों में गत वर्ष हिरण का मांस बेचते चार लोग गिरफ्तार किए गए थे। ऐसे में साफ होता है कि वन प्राणियों का जीवन हमेशा खतरे में रहता है।