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मगध प्रमंडल में बारिश से पौने दस करोड़ की खड़ी फसल हुई बर्बाद

कृषि विभाग के अधिकारियों ने कहा कि प्रमंडल के 29 प्रखंडो के 286 पंचायतों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 12:03 AM (IST)Updated: Thu, 17 Oct 2019 12:03 AM (IST)
मगध प्रमंडल में बारिश से पौने दस  करोड़ की खड़ी फसल हुई बर्बाद
मगध प्रमंडल में बारिश से पौने दस करोड़ की खड़ी फसल हुई बर्बाद

कृषि विभाग के अधिकारियों ने कहा कि प्रमंडल के 29 प्रखंडो के 286 पंचायतों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है। किसानों को सहायता प्रदान करने के लिए अब तक 6830 को 41 लाख 28 हजार 352 रुपये खाते में भेजे गए हैं। खरीफ में लगाए गए धान एवं मक्के की फसल को बचाने के लिए डीजल से पटवन पर अनुदान स्वीकृत की गई है। डीजल पर अनुदान 50 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 60 रुपये प्रति लीटर किया गया है। सितंबर के अंतिम सप्ताह में हथिया नक्षत्र में व्यापक वर्षा से खड़ी फसलों को क्षति हुई है। अधिक वर्षा से प्रमंडल के 61 में से 36 प्रखंडों में 71113.82 हेक्टेयर में खड़ी फसलों की क्षति होने का अनुमान है। इससे नौ करोड़ 71 लाख 99 हजार 390 रुपये की फसल बर्बाद हुई है।

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ये जानकारी अधिकारियों ने विश्व खाद्य दिवस पर आयोजित कार्यशाला में दी। प्रमंडलीय आयुक्त असंगबा चुबा आओ ने दीप जलाकर कार्यशाला का उद्घाटन किया। उन्होंने बताया कि खरीफ में मगध प्रमंडल के सभी जिले में जून से कम वर्षापात का सिलसिला शुरू हुआ। सितंबर के तीसरे सप्ताह तक जारी रहा। फलस्वरूप प्रमंडल में खरीफ की प्रमुख फसल धान का अच्छादन 68.11 प्रतिशत हुआ है। उन्होंने बताया कि खरीफ में धान के कम अच्छादन को देखते हुए कृषि विभाग द्वारा आकस्मिक फसल योजना में राई, सरसों, मक्का, अरहर एवं उड़द बीज का निश्शुल्क वितरण किया गया। इससे एक लाख 24 हजार 311 किसान लाभांवित हुए।

प्रमंडल के संयुक्त निदेशक (शष्य) आभांशु सी.जैन ने कहा कि प्रमंडल में गेहूं के अच्छादन का लक्ष्य 253500 हेक्टेयर, मक्का 6600 हेक्टेयर, दलहन 196250 हेक्टेयर एवं तेलहन का लक्ष्य 21855 हेक्टेयर रखा गया है।

इस मौके पर उप निदेशक प्रक्षेत्र विजय शर्मा, क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी स्वयंभू प्रिय, वैज्ञानिक डॉ. राजीव कुमार, डीएओ गया अशोक कुमार सिन्हा, परियोजना निदेशक आत्मा गया के शिवदत्त कुमार, उप निदेशक (रसायन) मिट्टी जांच जीवकांत झा, उप निदेशक उद्यान राकेश कुमार, सहायक निदेशक उद्यान ओम प्रकाश मिश्रा, सहायक निदेशक भूमि संरक्षण ब्रजेश कुमार, उप परियोजना निदेशक आत्मा गया के नीरज कुमार, डीएओ औरंगाबाद, जहानाबाद, नवादा एवं अरवल आदि मौजूद थे।


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