झुमरीतिलैया से मुजफ्फरपुर तक फैला है नकली डीजल का नेटवर्क
टैंकलॉरी जब्त उप चालक गिरफ्तार 6 आरोपित झारखंड के तिलैया में केमिकल फैक्ट्री में
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संस, रजौली : गुरुवार की रात पटना-रांची राजमार्ग 31 पर रजौली थाने की पुलिस ने नकली डीजल भरा टैंकलॉरी सहित अन्य आपत्तिजनक सामग्रियों को जब्त किया था। मौके पर टैंकलॉरी के उप चालक को गिरफ्तार किया गया है। उपचालक राहुल ने पुलिसिया पूछताछ में कई अहम जानकारी दी। उसने बताया कि नकली डीजल का मुख्य गोरखधंधा झारखंड के झुमरीतिलैया से लेकर बिहार के मुजफ्फरपुर तक फैला हुआ है। इसका मुख्य सरगना खीरू साव और उनका पुत्र दिलीप साव है। दोनों पिता-पुत्र झुमरी तिलैया में झारखंड केमिकल नामक फैक्ट्री चलाते हैं। जहां नकली डीजल बनाने का धंधा होता है। पुलिस उसकी निशानदेही पर इस गोरखधंधे में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। राहुल के बयान पर छह लोगों को पुलिस ने इस मामले में नामजद आरोपित किया है। रजौली थानाध्यक्ष सुजय विद्यार्थी ने बताया कि उपचालक के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर दर्ज प्राथमिकी में गोपालपुर गांव निवासी अखिलेश यादव व उसके सहयोगी विकास कुमार, चालक रामचंद्र शाह, खलासी राहुल कुमार व मुख्य कारोबारी खीरू साव व उसके बेटे दिलीप साव पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। पूछताछ के बाद उपचालक राहुल को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया।
गौरतलब है कि रजौली पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गोपालपुर गांव में अखिलेश यादव के गुमटीनुमा दुकान में छापेमारी की थी, जहां डीजल से भरा एक टैंकलॉरी खड़ा था। आसपास तलाशी तलाशी लेने पर वहां से अलग-अलग मात्रा के तेल मापने के उपकरण, गैलन में रखा 350 लीटर डीजल आदि बरामद हुआ। टैंकलॉरी का खलासी राहुल कुमार को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि
पुलिस को देखते ही टैंकलॉरी चालक रामचंद्र शाह व अन्य सभी अंधेरे का फायदा उठाकर घने जंगल की ओर भाग निकले। गिरफ्तार राहुल बिहार के वैशाली जिले के महुआ थाना क्षेत्र के पहाड़पुर गांव का रहने वाला है। राहुल ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि वह झारखंड के कोडरमा जिले के झुमरीतिलैया से नकली डीजल लेकर मुजफ्फरपुर तक जाता था। रास्ते में अखिलेश सहित अन्य छोटे धंधेबाजों को जरूरत के अनुसार डीजल दिया करता था। 10 दिन पूर्व भी उसने अखिलेश को एक हजार लीटर नकली डीजल दिया था। बुधवार की रात भी एक हजार लीटर डीजल देने के लिए टैंकर को उसके दुकान पर खड़ा किया था, तभी पुलिस का छापा पड़ गया। -----------------------
राजनीतिक व प्रशासनिक महकमे में है पकड़
- तिलैया का खीरू साव मिलावटी व नकली डीजल बेचने को लेकर चर्चित रहा है। झारखंड के राजनीतिक से लेकर प्रशासनिक महकमे तक में पिता-पुत्र की अच्छी पकड़ है। इसी वजह से उसका यह धंधा फल फूल रहा है। बिहार पुलिस को चकमा देने के लिए उन्होंने अपने कई टैंकरों में इंडियन ऑयल का पेंटिग करा रखा है। ताकि पुलिस को यह पता ना चल सके कि इसमें नकली डीजल जा रहा है। इस तरह आसानी से नकली व मिलावटी डीजल बिहार के विभिन्न जिलों में भेजा जाता है।