सिरदला में विवाह मंडप छोड़ भागा यूपी का दूल्हा
किशोरी से विवाह रचाने आया दूल्हा की बारी जब हवालात में जाने की आई तो विवाह मंडप छोड़कर फरार हो गया। स्वयंसेवी संस्था की पहल पर यह संभव हो सका। दूल्हा के भाग जाने के कारण शादी टल गई। किशोरी के माता-पिता को प्रशासन के समक्ष बांड भरना पड़ा कि 18 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद ही शादी होगी वह भी लड़की की इच्छा से। मामला सिरदला थाना क्षेत्र के कुशाहन गांव के टोला चकपर का है।
किशोरी से विवाह रचाने आया दूल्हा की बारी जब हवालात में जाने की आई तो विवाह मंडप छोड़कर फरार हो गया। स्वयंसेवी संस्था की पहल पर यह संभव हो सका। दूल्हा के भाग जाने के कारण शादी टल गई। किशोरी के माता-पिता को प्रशासन के समक्ष बांड भरना पड़ा कि 18 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद ही शादी होगी, वह भी लड़की की इच्छा से। मामला सिरदला थाना क्षेत्र के कुशाहन गांव के टोला चकपर का है।
बताया जाता है कि एक मां-पिता ने चंद रुपये की लालच में अपनी 14 साल की मासूम बिटिया की शादी ढ़ाई गुणा उम्र के युवक हीरा पंडित से तय कर दी थी। करीब 36 साल का दूल्हा यूपी से सज-संवरकर विवाह करने पहुंचा था। गांव के पास के किसी मंदिर में शादी की रश्म अदायगी होनी थी। शादी की तैयारी के लिए लड़का पक्ष ने किशोरी के परिजन को सात हजार रुपये दिया था। बाल विवाह की भनक इस क्षेत्र में कार्यरत सामजिक संस्था तटवासी समाज न्यास को लग गई। संस्था से जुड़े लोगों ने इसकी सूचना वहां के मुखिया-सरपंच से लेकर रजौली के अनुमंडल पदाधिकारी चंद्रशेखर आजाद तक को दे दी। प्रशासन से लेकर ग्राम कचहरी तक हरकत में आ गया। किशोरी के परिजनों को समझाने-बुझाने का प्रयास हुआ। बात नहीं बन रही थी। तब एसडीएम चंद्रशेखर आजाद के निर्देश पर कानूनी कार्रवाई प्रशासनिक स्तर पर शुरू की गई। कानूनी कार्रवाई की बारी आई तो दूल्हा फरार हो गया। वहीं दूल्हन के परिजन को अनुमंडल कार्यालय ले जाया गया। जहां अधिकारी प्राथमिकी दर्ज कराने की तैयारी थी। लेकिन किशोरी के मां-पिता ने आरजू-विनती कर प्राथमिकी दर्ज नहीं करने की बात कहीं। तब अधिकारियों ने बंध पत्र भरवाया। जिसमें किशोरी की शादी 18 वर्ष के बाद ही करने व शादी करने के पूर्व उसकी इच्छा जान लेने का जिक्र है। इसके पूर्व शादी करने पर माता पिता के विरुद्ध सिरदला थाना में ही एफआइआर दर्ज कराने की चेतावनी दी गई। इस बावत तटवासी समाज न्यास के सचिव कल्याणी ने बताया कि किशोरी स्कूली छात्रा है। जबरन उसकी शादी ढ़ाई गुणा ज्यादा उम्र के लड़के से कराई जा रही थी। महज 20 हजार रुपये में यूपी के युवक ने सौदा तय किया था। समय रहते किशोरी को बाल वधू बनने से बचाया गया। बाल विवाह रोकने में बांधी पंचायत की मुखिया कमला देवी समेत कई समाजसेवियों ने अपनी भूमिका निभाई।
बता दें कि रजौली सिरदला इलाके में यूपी व हरियाणा के युवकों व अधेड़ के साथी किशोरियों की शादी चंद रुपये की लालच में करने की घटना आम हो गई है। मानव व्यापार के इस खेल को वैसी महिलाएं बढ़ावा दे रहीं हैं, जो पूर्व में खुद इसकी शिकार हुई हैं।