एजेंसी देने के नाम पर 15.5 लाख की ठगी करने में देवर व भाभी गिरफ्तार
निजी कंपनी की एजेंसी दिलाने के नाम पर 15.5 लाख रुपये ठगी करने के मामले में हिमाचल प्रदेश की पुलिस ने बुधवार को देवर व भाभी को गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को हिमाचल पुलिस दोनों को अपने साथ ले गई। वारिसलीगंज थाने की पुलिस के सहयोग से हिमाचल प्रदेश की पुलिस ने वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के अपसढ़ पंचायत के भवानी बीघा गांव निवासी रामप्रवेश प्रसाद के घर छापेमारी की। इस दौरान सुभाष कुमार और उसके भाई सूरज की पत्नी कंचन कुमारी को गिरफ्तार किया गया। ठगी के करीब 10 लाख रुपये भी बरामद हुआ।
निजी कंपनी की एजेंसी दिलाने के नाम पर 15.5 लाख रुपये ठगी करने के मामले में हिमाचल प्रदेश की पुलिस ने बुधवार को देवर व भाभी को गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को हिमाचल पुलिस दोनों को अपने साथ ले गई। वारिसलीगंज थाने की पुलिस के सहयोग से हिमाचल प्रदेश की पुलिस ने वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के अपसढ़ पंचायत के भवानी बीघा गांव निवासी रामप्रवेश प्रसाद के घर छापेमारी की। इस दौरान सुभाष कुमार और उसके भाई सूरज की पत्नी कंचन कुमारी को गिरफ्तार किया गया। ठगी के करीब 10 लाख रुपये भी बरामद हुआ। बताया जाता है कि हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के पोवटा साहिब थाने के एसआइ रामपाल पांच सदस्यीय पुलिस टीम के साथ वारिसलीगंज थाने पहुंची। एसआइ ने बताया कि आरोपितों ने 2012 से 2020 के दौरान पोवटा साहिब थाना क्षेत्र निवासी ओमनाथ से एक आयुर्वेदिक कंपनी की एजेंसी दिलाने का झांसा देकर अलग-अलग बैंक खातों में विभिन्न किस्तों में 15.50 लाख रुपये ठग लिया था। 15 लाख से अधिक की राशि विभिन्न बैंक खातों में भेजने के बाद उन्हें ठग के चंगुल में फंस जाने का आभास हुआ। 14 जनवरी 2020 को पीड़ित ओमनाथ के द्वारा थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी। थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद पीड़ित के द्वारा दिए गए लोकेशन व मोबाइल नंबर के आधार पर जांच पड़ताल शुरू की गई। इसमें नवादा जिला के वारिसलीगंज थाना अंतर्गत भवानी बीघा निवासी सुभाष कुमार और उसके भाई सूरज कुमार की संलिप्तता सामने आई। वारिसलीगंज पुलिस के सहयोग से आरोपित के घर छापेमारी कर एक आरोपित सुभाष कुमार व उसकी भाभी (सूरज कुमार की पत्नी कंचन कुमारी) को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार देवर-भाभी के निशानदेही पर घर के गोदरेज, पलंग आदि स्थानों पर छिपा कर रखे गए 9 लाख 97 हजार 500 रुपये बरामद किए गए। बताया कि एक आरोपित अभी भी पुलिस पकड़ से बाहर है।
-----------------
इनसेट
ठगों को दबोचने के लिए एक सप्ताह
से यहां जमी हुई थी हिमाचल पुलिस
- ठगों को गिरफ्तार करने के लिए हिमाचल प्रदेश से आए एसआइ रामपाल ने बताया कि लगभग एक सप्ताह से यहां रह रहे थे। मोबाइल लोकेशन व अन्य माध्यमों से ठगों का पता करने का प्रयास किया जा रहा था। काफी मशक्कत के बाद वारिसलीगंज पुलिस के सहयोग से दो आरोपितों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। बताया कि गिरफ्तार आरोपित के घर से चार लाख एक स्थान से तो आरोपित की निशानदेही पर 5 लाख 97 हजार 500 रुपये अन्य स्थान से बरामद किए गए। विभिन्न कंपनियों के 40 सिम कार्ड, अलग-अलग बैंक के आधा दर्जन एटीएम, चेक बुक व पासबुक भी बरामद हुए हैं।