बिस्किट चोरी के आरोप में बच्चे को पीटा, रातभर पोल से बांधे रखा
बिस्किट चोरी के आरोप में एक 10 वर्षीय बचे के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। शुक्रवार देर शाम पहले उसे पीटा गया फिर बिजली के पोल में बांधकर रातभर ठंड में खुले आसमान के नीचे रखा गया। सूचना के बाद शनिवार की सुबह हिसुआ थाने की पुलिस पहुंची और मामले की छानबीन की।
बिस्किट चोरी के आरोप में एक 10 वर्षीय बच्चे के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। शुक्रवार देर शाम पहले उसे पीटा गया, फिर बिजली के पोल में बांधकर रातभर ठंड में खुले आसमान के नीचे रखा गया। सूचना के बाद शनिवार की सुबह हिसुआ थाने की पुलिस पहुंची और मामले की छानबीन की। हालांकि ग्रामीण पंचायत के आधार पर मामले को निपटा दिया गया। घटना हिसुआ थाना क्षेत्र के मिल्की सैदपुर गांव की है।
मिल्की के ग्रामीणों का कहना है कि गांव में भत्तू चौहान की किराना दुकान में पड़ोस के गांव का एक बच्चा चोरी की नीयत से घुस गया था। उसने एक पैकेट बिस्किट चुरा लिया। इसी दौरान दुकानदार ने उसे पकड़ लिया। पहले बच्चे की पिटाई कर दी, फिर बिजली के पोल में बांध दिया। उधर, घर नहीं पहुंचने पर बच्चे के स्वजन उसकी खोजबीन करने लगे। इसी क्रम में पिता को जानकारी मिली कि बच्चे को चोरी के आरोप में मिल्की सैदपुर गांव में बंधक बनाया गया है। पिता रात में ही वहां पहुंचे और बेटे को छोड़ देने की गुहार लगाई, लेकिन दुकानदार ने छोड़ने के बजाय पुलिस को सूचना दे दी। रात ज्यादा होने व नक्सल प्रभावित इलाका बताकर पुलिस ने पहुंचने से इन्कार कर दिया। सुबह होने पर जमादार विशाल यादव दल-बल के साथ गांव पहुंचे। पुलिस के पहुंचने के पहले ग्राम कचहरी सरपंच के नेतृत्व में पंचायत बैठ चुकी थी। पंचायत के बाद बच्चे के स्वजन से बतौर जुर्माना सात पैकेट बिस्किट का पैसा वसूलकर मुक्त कर दिया गया। उधर, पुलिस ने पिता को बच्चे पर निगरानी रखने की हिदायत दी। पुलिस ने दोनों पक्षों से सुलहनामे पर हस्ताक्षर व सरपंच का हस्ताक्षर कराकर कागजात को अपने पास रख लिया। दुकानदार को बालक की पिटाई करने और बंधक बनाने पर कड़ी फटकार लगाई।