डीएम के निर्देश पर बीडीओ ने किया पीएचसी की जांच
जिला पदाधिकारी कौशल कुमार के निर्देश पर बीडीओ डॉ. अखिलेश कुमार ने बुधवार की।
नवादा। जिला पदाधिकारी कौशल कुमार के निर्देश पर बीडीओ डॉ. अखिलेश कुमार ने बुधवार की देर रात पीएचसी का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्रसव कक्ष का भी जायजा लिया। जहां भर्ती मरीजों व परिजनों से पूछताछ किया। पीड़ितों ने स्वास्थ्य कर्मी पर कई आरोप लगाते हुए कहा कि दवा नहीं दी जाती है। अधिकांश दवा बाजार से ही खरीदकर लाना पड़ता है। खाना भी ठीक नहीं दिया जाता है। इस मामले को उन्होंने गंभीरता से लेते हुए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अर्जुन चौधरी की खोजबीन की तो वे गायब मिले। इतना ही नहीं ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक व कम्पाउंडर भी गायब थे। जिसके कारण वे काफी नाराज हुए। उन्होंने तत्काल जिला पदाधिकारी को इसकी सूचना दी। बता दें कि तनपुरा गांव निवासी गिरजा देवी ने स्थानीय विधायक के जनता दरबार में और दो दिनों पूर्व यहां पहुंचे डीएम को लिखित रूप से प्रभारी व एएनम की शिकायत की थी। उन्होंने कहा कि 3 अगस्त को पुत्रवधु को स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के लिए लाई थी, परन्तु डॉक्टर नहीं थे। अन्यत्र ले जाने की बात की तो एएनएम नीलम कुमारी व कई अन्य कर्मी ने जबरदस्ती रोक कर एक निजी क्लीनिक के चिकित्सक रणजीत कुमार को बुलाकर इलाज शुरू करवा दिया। दूसरे दिन जब स्थिति जब खराब होने लगी तो देर रात 12 बजे अस्पताल से बाहर कर दिया। सभी दवा भी उसी डॉक्टर ने लेकर दिया और पूरी राशि लिया। हालात गम्भीर देख मैं एम्बुलेंस की मांग तो वो भी नहीं दिया गया था। अंतत: निजी वाहन से नवादा गई परन्तु अधिक रक्तश्राव के कारण बच्चे की मौत हो गई, वहीं पुत्रवधू सुलोचना देवी की स्थिति आज भी खराब है। इस मामले को डीएम ने गंभीरता से लेते हुए जांच का आदेश दिया था।