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अधिकारियों के नहीं रहने कार्य पर पड़ रहा प्रतिकूल प्रभाव

नवादा। जिले के सबसे बड़े प्रखंड अकबरपुर में अधिकारियों के नहीं रहने से कार्य पर प्रतिकू

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Jun 2018 12:43 AM (IST)Updated: Tue, 19 Jun 2018 12:43 AM (IST)
अधिकारियों के नहीं रहने कार्य पर पड़ रहा प्रतिकूल प्रभाव
अधिकारियों के नहीं रहने कार्य पर पड़ रहा प्रतिकूल प्रभाव

नवादा। जिले के सबसे बड़े प्रखंड अकबरपुर में अधिकारियों के नहीं रहने से कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। अंचल अधिकार का पद तो करीब एक वर्ष से रिक्त पड़ा है। फिलहाल रजौली सीओ प्रभार में हैं। वे अकबरपुर में कम समय दे पा रहे हैं। ऐसे में आयुक्त तक का आदेश धूल फांक रहा है। भू विवाद के कई मामले यूं ही लंबित पड़े हैं तो दाखिल-खारिज का काम ठप है। आम नागरिक अंचल आते हैं और चक्कर लगा निराश हो वापस लौट जाते हैं। ऐसे में कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है तो भू विवाद के कारण मारपीट की घटनाएं हो रही है। बीडीओ भी प्रशिक्षण पर हैं। ग्रामीण पर्यवेक्षक को प्रभार सौंपा गया है। वे मुख्यालय में न रहकर नवादा से प्रतिदिन आना-जाना करते हैं।

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अधिकारियों के न रहने से आयुक्त के आदेशों का भी अनुपालन नहीं हो पा रहा है। आयुक्त ने बरेव गांव में शंकर भगवान मंदिर की भूमि पर अवैध कब्जा को हटाने का आदेश 16 मई को दिया था। उक्त आदेश के आलोक में अबतक कब्जा हटा दिया जाना था, लेकिन अबतक भूमि की मापी तक नहीं कराई जा सकी है। उक्त भूमि पर घर से लेकर वाहनों के लिए गैरेज तक का निर्माण करा लिया गया है। ऐसे में आदेश का पालन न होने से ग्रामीणों में उबाल है। आलम ये कि अधिकारियों के नहीं रहने से विधि व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। थानाध्यक्ष संजीव मौआर कहते हैं कि भूविवाद के मामले थाने पहुंच रहे हैं। जिससे अनावश्यक परेशानी हो रही है। थाने में कार्य का बोझ बढ़ने से अन्य कार्य प्रभावित हो रहा है।


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