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नक्सलियों पर सुरक्षाबलों ने कस लिया है नकेल

थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित जंगली इलाकों में हार्डकोर नक्सली प्रद्युमन शर्मा के दस्ते लगातार भ्रमणशील हैं जिस पर स्थानीय प्रशासन से लेकर पुलिस मुख्यालय तक के सभी अधिकारी नजर बनाए हुए हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 06 Jun 2020 09:41 PM (IST)Updated: Sun, 07 Jun 2020 06:17 AM (IST)
नक्सलियों पर सुरक्षाबलों ने कस लिया है नकेल
नक्सलियों पर सुरक्षाबलों ने कस लिया है नकेल

थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित जंगली इलाकों में हार्डकोर नक्सली प्रद्युमन शर्मा के दस्ते लगातार भ्रमणशील हैं, जिस पर स्थानीय प्रशासन से लेकर पुलिस मुख्यालय तक के सभी अधिकारी नजर बनाए हुए हैं। इन दिनों नक्सली कमांडर भाकपा माओवादी संगठन को फिर से क्षेत्र में मजबूत करने को लेकर नया नया रणनीति प्रतिदिन बना रहा है। वषरें पहले संगठन छोड़ कर अपने गृहस्थी में जुड़े पुराने कैडरों को फिर से पार्टी के प्रति जागरूक किया जा रहा है और उसे पार्टी से जोड़ा जा रहा है। इस खबर को सामने आने के बाद पूरे प्रशासनिक महकमे में हलचल मचा हुआ है। इसी को लेकर लगातार एसएसबी और एसटीएफ के जवान थाना क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर नक्सली के पुराने कैडरों जो कि किसी मामले में फरार हैं, को गिरफ्तार करने में जुट गए हैं। इस वर्ष अभी तक पुलिस ने 9 नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। जिससे नक्सली कमांडर की रणनीति पर पानी फिरता दिख रहा है। जंगल में भी लगातार सुरक्षा बल के जवान नक्सलियों की टोह में दिन-रात सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।

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कब और कहां से हुई गिरफ्तारी

- 24 फरवरी 2020 को सिरदला थाना क्षेत्र के हेमजा भारत से सुरेश पासवान, 4 मार्च को रजौली थाना क्षेत्र के मांगोडीह से अवधेश यादव, 20 मई को मांगोडीह से तुलसी यादव, 21 मई को रजौली थाना क्षेत्र के जमुंदाहा से सरपंच सिंह, खड़कधारी सिंह,राजकुमार सिंह, 27 मई को भानेखाप गांव से मंसूर आलम, 28 जून को सिरदला थाना क्षेत्र के हेमजा भारत से कपिल मांझी, 3 जून को गंगटिया गांव के बधार से अवधेश यादव को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी की सिलसिला लगातार जारी है। एएसपी अभियान कुमार आलोक और थानाध्यक्ष सुजय विद्यार्थी के नेतृत्व में एसएसबी और एसटीएफ के जवान अभियान चला रहे हैं। जिससे क्षेत्र में नक्सली अपना पांव जमाने में अबतक विफल साबित हुए हैं। चुनावी साल को ले सतर्कता

- इस वर्ष बिहार में विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में प्रशासन खास सतर्कता बरत रही है। नक्सली गतिविधियों को समाप्त करने के लिए ठोस रणनीति के तहत काम हो रहा है। संगठन के पुराने कैडरों पर कड़ी निगरानी रखा जाना रणनीति का ही हिस्सा है।


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