रेलवे स्टेशन परिसर में सिगरेट सुलगाने पर हाजत में बंद कर दिए गए 3 नाबालिग छात्र
बिहारशरीफ। पश्चिम चंपारण से राजगीर घुमने आये 3 नाबालिग छात्रों को स्टेशन परिसर में सिगरेट सुलगाने की
बिहारशरीफ। पश्चिम चंपारण से राजगीर घुमने आये 3 नाबालिग छात्रों को स्टेशन परिसर में सिगरेट सुलगाने की कड़ी सजा भुगतनी पड़ी। जीआरपी ने न सिर्फ इन छात्रों की पिटाई की बल्कि हाजत में भी बंद कर दिया। बाद में डीएसपी के हस्तक्षेप पर फाइन लेकर तीनों को हाजत से छोड़ा गया। दरअसल, छात्रों की पिटाई देख वहां मौजूद किसी रेल कर्मी को उनपर दया नहीं आई और बात रेल एसपी व रेल डीएसपी तक पहुंचा दी। फिर डीएसपी के निर्देश पर उन छात्रों से टोबैको प्रोहिबिशन एक्ट 2003 के तहत 200 रुपये का फाइन लेकर मुक्त कर दिया गया।
पश्चिम चम्पारण के छात्र आर्यन राज ने बताया कि स्टेशन परिसर में स्थित एक पान दुकान से सिगरेट लेकर वह अभी सुलगाने का प्रयास ही कर रहा था कि एक व्यक्ति जो पुलिस की वर्दी में नहीं था, वहां आया और कहा कि तुम्हें पता है कि तुम कहां सिगरेट पी रहे हो। चलो थाना। छात्र ने उनसे सॉरी बोला परन्तु वे धक्का देते हुए प्लेटफॉर्म की ओर ले गये और थाने की हाजत में बंद कर दिया। फाइन भरने की बात कहीं तो दस हजार की मांग कर दी। वहीं आर्यन के दो दोस्त शिवंक श्रीवास्तव और विवेक कुमार तिवारी ने कहा कि वे लोग टिकट काउंटर पर टिकट कटा रहे थे। इसी बीच देखा कि आर्यन को दो- तीन लोग घसीट कर ले जा रहे हैं। हम लोग भी उसके पीछे थाने तक गए। जब पूछा कि क्या हुआ तो जीआरपी ने हम दोनों को भी हाजत में बंद कर दिया। फिर बैग व पॉकेट चेक करने के लिए बाहर निकाला और डंडे से पिटाई करके दोबारा हाजत में बंद कर दिया। रेल पुलिस उनसे 10 हजार रुपए मांग रही थी। पुलिस ने धमकाया कि पैसा नहीं दोगे तो तुम लोग को पटना भेजा जाएगा। छात्रों ने कहा कि रविवार होने के कारण वे तीनों राजगीर घूमने आये थे। तीनों छात्रों की मानें तो थाना प्रभारी मो. अमरूदीन खान की मंशा उन्हें रात भर लॉक अप में बंद रखने की थी। वहीं, थानाप्रभारी ने भूख लगने पर इन छात्रों को बाहर से समोसा मंगवाकर खाने को दिया था। हालांकि इसके बदले छात्रों से 70 रुपये लिए गए थे। रेल पुलिस ने जिस तरह इन छात्रों पर कार्रवाई है वह सार्वजनिक स्थल पर धूम्रपान करने वालों के लिए एक सबक है। हालांकि कानूनन इस मामले में हाजत में बंद नहीं करके सिर्फ जुर्माना वसूलने का प्रावधान है।