तीन शिफ्टों में हो रहा बाढ़ से बचाव कार्य
नालंदा। बिहारशरीफ में बाढ़ राहत बचाव कार्य में प्रतिदिन हुए प्रगति की समीक्षा के लिए आयोजित
नालंदा। बिहारशरीफ में बाढ़ राहत बचाव कार्य में प्रतिदिन हुए प्रगति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक में डीएम डा. त्यागराजन एसएम ने उपस्थित पदाधिकारी को निर्देश दिया कि पूरे दिन फील्ड में रहें एवं कार्यों में गति लावें। उन्होंने कहा कि तटबंधों में बने खांड के मरम्मत का काम तो संतोषजनक तरीके से हो रहा है अब विशेष ध्यान उन तटबंधों के उंचीकरण कार्य पर देने की जरूरत है, जहां तटबंध की उंचाई कम होने से बाढ़ की संभावना हो सकती है।
बैठक में उपस्थित अधीक्षण अभियंता ने बताया कि तटबंधों की मरम्मत का कार्य तीन शिफ्टों में किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पटना से कई पोकलेन एवं अन्य मशीनें मंगाई गई हैं। मरम्मत कार्य में बड़ी-बड़ी सक्षम एजेंसियों को लगाया गया है। बख्तियारपुर, एकंगरसराय व बिहारशरीफ जलाशय प्रमंडल के कार्यपालक एवं अधीक्षण अभियंता कैंप कर रात-दिन कार्य करवा रहे हैं। डीएम ने बैठक में उपस्थित प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि वे स्वयं चल रहे कार्यों का निरीक्षण करें एवं जहां कोई कमी हो उसे तुरंत ठीक कराएं। उन्होंने कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया कि वे स्थानीय जनप्रतिनिधियों के भी संपर्क में रहें तथा इस कार्य में उनकी मदद लें। कार्यपालक अभियंता जल पथ बिहारशरीफ ने बताया कि कुछ स्थानों पर अतिक्रमण की वजह से मरम्मत कार्य में दिक्कत हो रही है। डीएम ने संबंधित सीओ व एसडीओ को तुरंत अतिक्रमण हटाकर कार्य प्रारंभ कराने को कहा। डीएम ने स्वयं अस्थावां प्रखंड अन्तर्गत चल रहे मरम्मत कार्य का निरीक्षण भी किया एवं कार्य में लगे एजेंसियों को आवश्यक निर्देश भी दिए। बैठक में उपविकास आयुक्त कुंदन कुमार, वरीय उप समाहर्ता अभय कुमार ¨सह, रामबाबू, रविन्द्र राम, संजय कुमार, राकेश कुमार गुप्ता के अलावा अन्य पदाधिकारी, सभी सीओ, एसडीओ सुधीर कुमार व बिहारशरीफ, एकंगरसरय व बख्तियारपुर जलपथ प्रमंडल के सभी कार्यपालक व अधीक्षण अभियंता उपस्थित थे।
इन स्थानों में चल रही मरम्मत
जिला में बाढ़ प्रभावित प्रखंड ¨बद में 10 जगहों पर, अस्थावां में 15, रहुई में 13, हरनौत में 09, बिहारशरीफ में 03, करायपरशुराय मं 08, हिलसा में 02, सरमेरा में 13 स्थानों पर तटबंधों के मरम्मती का कार्य शुरू हो गया है। यहां पर सभी बांध व तटबंधों को 30 जून तक हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिया गया है।