अध्यात्म का मार्ग ही विश्व शांति का एकमात्र साधन : संत निरंकारी
राजगीर- स्थानीय यूथ होस्टल परिसर में रविवार को संत निरंकारी मंडल शाखा राजगीर द्वारा एकदिवसीय सत्संग
राजगीर- स्थानीय यूथ होस्टल परिसर में रविवार को संत निरंकारी मंडल शाखा राजगीर द्वारा एकदिवसीय सत्संग का आयोजन किया गया। जिसमें क्षेत्रिय कार्यकारी भारसाधक महात्मा एन के पी वर्मा ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि अध्यात्म ही विश्व शांति का एकमात्र माध्यम है। उन्होंने कहा कि दीन दुखियों व असहायों की सहायता से लोग ईश्वर का सानिध्य प्राप्त करते हैं। जिसे सच्चा अध्यात्म कर्मकाण्ड का भागी बनाता है। उन्होंने कहा कि शरीर नश्वर और आत्मा अनश्वर है। शरीर पंचतत्व में विलीन तथा आत्मा परमात्मा के करीब हो जाता है। अत: अन्य के दु:ख की अनदेखी कर स्वयं सुख का भोग करना मानव स्वभाव से विपरीत है। ईश्वर उन्हें ही अपना आशीर्वाद का भाव प्रदान करते हैं जो समस्त जीव-जगत के कल्याण व कुशलता के प्रति संवेदनशील होता है । उन्होंने कहा कि निरंकारी सभी सभ्यताओं-संस्कृतियों की अनोखी जुगलबंदी है। जो विभिन्न धर्मों को जोड़ मानवता को एकसूत्र में पिरोते हुए आपसी सुख-दुख के भाव को जागृत करता है। निरंकारी मंडल के जिला संयोजक डॉ उपेंद्र कुमार ने कहा कि वैश्विक मानव एकता का मूलमंत्र हैं। इस अवसर पर नालंदा, नवादा, शेखपुरा और गया जिला से आए तमाम महात्माओं को राजगीर इकाई के द्वारा स्वागत किया गया। इस अवसर पर सेवादल इंचार्ज भीम चौधरी, मुकेश महात्मा, शंभू वर्मा ,अरुण कुमार वर्मा , महिला सेवा दल इंचार्ज अनिता कुमारी गुप्ता, बहन निर्मला, दिलीप चौधरी, बेबी देवी, आशीष महात्मा जी सतेंद्र महात्मा, दीपा बहन, ¨चता बहन, सोनी बहन, फूटो बहन, राजू राम, भोला साव, मुन्नीलाल, रेखा बहन, नन्दू महात्मा, कवींद्र महात्मा के अलावा हजारों की संख्या में महिला व पुरुष श्रद्धालु उपस्थित थे।