क्वारनटाईन युवक की इलाज के दौरान मौत, सैम्पल की होगी जाच
20 मई को नोएडा से अस्थावा लौटे एक 40 साल के प्रवासी कामगार की रविवार को इलाज के दौरान विम्स में मौत हो गई। शासन ने उसे सैंपल की जांच का निर्णय लिया है।
संवाद सूत्र, गिरियक (नालंदा): 20 मई को नोएडा से अस्थावा लौटे एक 40 साल के प्रवासी कामगार की लगातार खासी व दम फूलने की शिकायत के बाद मौत हो गई। उसे जीयर पंचायत के क्वारनटाईन सेंटर में रखा गया था। वहीं दो दिन पहले उसकी तबीयत खराब हुई थी। डॉक्टर उसका उपचार कर रहे थे, परन्तु स्थिति संभली नहीं। रविवार को 11 बजे उसकी खासी रूक नहीं रही थी, तो उसे पावापुरी विम्स में रेफर कर दिया गया। जहा उसे आईसीयू में एडमिट कर दिया गया, परंतु शाम 6 बजे उसने दम तोड़ दिया। कोरोना के संदेह में उसके शव से सैंपल लेकर विम्स में ही जाच की जा रही है।
अस्थावा थाना के जीयर गाव के प्रमोद चौरसिया ने बताया कि मृतक उसका भाई योगेंद्र चौरसिया था। वह उत्तरप्रदेश के नोएडा में स्पोर्ट्स कम्पनी में काम करता था। वह 20 मई को लौटा था। जीयर पंचायत के क्वारनटाईन सेंटर में रखा गया था। दो दिन से सास लेने में तकलीफ थी। खासी रूक नहीं थी। बुखार भी था।
इधर, एमओआइसी अस्थावा डॉक्टर प्रेम कुमार ने बताया कि उसने दो दिन पहले खासी की शिकायत की थी। जिसके बाद जाच के लिए डॉक्टर कुमुद को भेजा गया था। उन्होंने उसे खासी की दवाई दे दी थी। कल भी जाच के लिए गए थे, उसे दवाई दी गई थी। आज सुबह जब सूचना मिली कि उसकी खासी रुक नहीं रही तो वरीय अधिकारियों के निर्देशानुसार उसे विम्स पावापुरी इलाज के लिए भेजा गया। जहा उसकी मौत हो गई। अस्थावा
बीडीओ पंकज कुमार निगम ने बताया कि मृतक हार्ट लीवर की बीमारी से पहले ही ग्रसित था।कोरोना संक्रमित था या नहीं, इसकी जाच की जा रही है।