पंजाब का ट्रक चालक नालंदा में खुद हुआ क्वारंटाइन, कार्य-व्यवहार देख सौंप दी गई बड़ी जिम्मेदारी
पंजाब से ट्रक लेकर नालंदा के परवलपुर आए चालक संतोष चौहान सतर्कता दिखाते हुए खुद क्वारंटाइ हो गए। अब सेंटर में बेहतर कार्य-व्यवहार से प्रशासन ने उन्हें बड़ी जवाबदेही सौंप दी है।
विनय कुमार, नालंदा। पंजाब से ट्रक लेकर नालंदा के परवलपुर आए चालक संतोष चौहान 14 दिनों के लिए खुद क्वारंटाइन हुए और सेंटर में बेहतर कार्य-व्यवहार से प्रशासन समेत सभी का दिल जीत लिया। बीडीओ विजय कुमार सिंह ने समर्पण देख उसे सेंटर का व्यवस्थापक बना दिया है। उसे परवलपुर आदर्श मध्य विद्यालय में बने क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों के खाने-रहने की सारी जवाबदेही दे दी गई है। सेंटर पर किसी ने आज तक कोई शिकायत नहीं की है।
बीडीओ ने कहा कि प्रावधान के मुताबिक चालक संतोष चौहान को मेहनताना दिया जाएगा । कमेटी का सदस्य बनाया गया है। उन्होंने बताया कि चालक बेलदरिया गांव का रहने वाला है। उसके पिता कमला प्रसाद पेशे से मजदूरी का काम करते हैं। बीडीओ ने बताया कि वह पंजाब से ट्रक पर लाद कर मास्क लाया था। उसी वक्त उसे क्वारंटाइन किया गया था। आज चालक संतोष जिले में लौटे प्रवासी कामगारों के लिए नजीर है। इस सेंटर में फिलहाल 83 प्रवासी रखे गए हैं। जिनके चाय, नाश्ते से लेकर भोजन तक का प्रबंध वह देख रहा है। संतोष थोड़ी-बहुत वायरिंग भी जानता है। हर कमरे में पंखा व लाइट की व्यवस्था दुरुस्त कर दी है। वह नियमित क्वारनटाइन सेंटर के प्रभारी के सम्पर्क में रहता है। राशन, सब्जी व अन्य वस्तुओं की कमी होने पर तत्काल सूचित करके आपूर्ति सुनिश्चित कराता है। यही वजह है कि अब तक इस सेंटर में किसी को कोई शिकायत नहीं है।
पूरी तरह स्वस्थ है ट्रक चालक
बीडीओ ने बताया कि पंजाब से ट्रक लेकर अपने घर जाने के लिए परवलपुर के बेलदरिया गांव जाने वाला था लेकिन वह खुद ही सबसे पहले आदर्श मध्य विद्यालय के क्वारंटाइन सेंटर चला आया। यहां 14 दिन व्यतीत कर लिए हैं। वह पूरी तरह स्वस्थ है। वह अन्य लोगों को क्वारंटाइन सेंटर में रहने के तौर-तरीके बताता है। वहीं कोरोना के संक्रमण से बचने के उपाय भी बताता है।