सवर्णों के लिए आर्थिक आरक्षण पीएम का सराहनीय कदम : राजीव रंजन
हिलसा : भाजपा प्रवक्ता सह पूर्व विधायक राजीव रंजन ने पीएम नरेंद्र मोदी के कैबिनेट के फैसले की सराहना
हिलसा : भाजपा प्रवक्ता सह पूर्व विधायक राजीव रंजन ने पीएम नरेंद्र मोदी के कैबिनेट के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि सवर्णों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण दिया जाना स्वागत योग्य कदम है। उन्होंने कहा कि पीएम के फैसले के साथ राजनीतिक दलों के सहयोग की भी जरूरत है। उक्त बातें मंगलवार को हिलसा स्थित भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों के लिए आरक्षण के प्रस्ताव से बहुत कुछ बदलेगा। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबका विकास सबका साथ के रूप में परिलक्षित है। आर्थिक रूप से कमजोर सभी धर्मों से आने वाले सवर्णों को इससे फायदा होगा। सबको नौकरी एवं विकास के लिए वे हर संभव प्रयत्नशील हैं। उन्होंने कहा कि गरीब-गरीब होते हैं। उसे किसी जाति अथवा धर्म से जोड़कर न देखा जाए। केंद्र सरकार फिलहाल 49.5 प्रतिशत आरक्षण दे रही है। कहा कि पहले से दिए जा रहे 49.5 प्रतिशत आरक्षण में प्रधानमंत्री ने कोई बदलाव नहीं किया है। बल्कि 49.5 प्रतिशत आरक्षण को 59.5 प्रतिशत कर दिया है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण अमान्य है। 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण के लिए संविधान में संशोधन किए जाने की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि अलग अलग मुद्दों पर अब तक 150 से अधिक संशोधन हो चुके हैं। गरीब सवर्णों को आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया जाना संवेदनशील मुद्दा है। विरोधी पार्टी किसी न किसी तरीके से आरक्षण के इस मुद्दे को रोकना चाहेंगे।
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भाजपा प्रवक्ता ने चलाया महा जनसंपर्क अभियान
संवाद सहयोगी, हिलसा : मंगलवार को भाजपा प्रवक्ता सह पूर्व विधायक राजीव रंजन ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ हिलसा नगर परिषद के धर्मपुर में महाजनसंपर्क अभियान चलाया। इस दौरान उन्होंने लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलाए जा रहे कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। इस महाजनसंपर्क अभियान में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अर्जुन प्रसाद विश्वकर्मा, भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव प्रकाश, सिया शरण आर्य, रमेश चंद्र चौधरी, रीना कुमारी, संजय सागर, सुरेश ¨सह, देव रत्न प्रसाद, ब्रजलाला प्रसाद यादव, संजीव कुमार, सुब्रत हालदार, राकेश भारती, सुनीता देवी, र¨वद्र चंद्रवंशी, राजेश कुमार, सतीश पासवान, नीतीश कुमार, कुंदन चौधरी, फणीन्द्र प्रसाद, कृष्ण नंदन प्रसाद, यदुनंदन रविदास, अनिल कुमार, इम्तियाज आलम, विनोद ¨सह, सूरज कुमार, विकास चौधरी, शशि कुमार समेत दर्जनों नेता एवं कार्यकर्ता शामिल थे।