तीन दिन की हड़ताल के बाद काम पर लौटे पावापुरी मेडिकल कॉलेज जूनियर डाक्टर
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के आश्वासन के बाद पावापुरी वर्द्धमान मेडिकल कॉलेज में तीन दिनों से चली आ रही जूनियर डॉक्टरों का हड़ताल बुधवार की देर शाम समाप्त हो गई। गुरुवार को हड़ताल समाप्ति की घोषणा के बाद जूनियर डॉक्टर अपने काम पर वापस लौट गए। जूनियर डॉक्टर एवं उनके साथ खड़े यूजी इंटर्न अपने काम पर विधिवत लौट आए।
गिरियक : स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के आश्वासन के बाद पावापुरी वर्द्धमान मेडिकल कॉलेज में तीन दिनों से चली आ रही जूनियर डॉक्टरों का हड़ताल बुधवार की देर शाम समाप्त हो गई। गुरुवार को हड़ताल समाप्ति की घोषणा के बाद जूनियर डॉक्टर अपने काम पर वापस लौट गए। जूनियर डॉक्टर एवं उनके साथ खड़े यूजी इंटर्न अपने काम पर विधिवत लौट आए। जिससे मरीजों एवं उनके परिजनों को हॉस्पिटल के लगातार तीन दिनों तक चक्कर काटने के बाद कड़ी धूप से निजात मिली। गुरुवार को पावापुरी वर्धमान मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में सुबह आठ बजे अस्पताल का रजिस्ट्रेशन काउंटर खुलने के बाद कुल 536 मरीजों के पुर्जे कटे जिसमें सबसे ज्यादा 136 मेडिसिन विभाग के पर्चें काटे गए। हालांकि पावापुरी वर्धमान मेडिकल कॉलेज औसतन दो हजार से तीन हजार मरीज के पर्चें प्रतिदिन काटते हैं। बहरहाल हड़ताल समाप्त होते ही विम्स कॉलेज में फिर से रौनक लौट आई। तीन दिनों से परेशान मरीजों को काफी राहत मिली है। हालांकि हड़ताल समाप्ति के बाद में लोगों को जानकारी नहीं होने के कारण आज काफी कम संख्या में मरीज इलाज के लिए विम्स पहुंचे। बता दें कि जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन बिहार के तत्वधान में पीएमसीएच, एनएमसीएच, डीएमसीएच, आईजीआईएमएस, विम्स पावापुरी, एनएमसी, सासाराम जीएमसी, बेतिया जेएलएनएमसीएच के जूनियर डॉक्टर अंडर ग्रेजुएट, इंटर्न एवं पोस्ट ग्रेजुएट कार्य बहिष्कार कर हड़ताल में शामिल हैं एवं सरकार से कई 8 सूत्री मांग कर रहे हैं एवं सरकार से 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था।