ढाई लाख परिवारों में से 66 हजार के घरों में बन चुका शौचालय
नालंदा। जब जिला में निर्मल नालंदा अभियान चलाया गया था उस समय जिले के ढाई लाख परिवार के घरों में शौचा
नालंदा। जब जिला में निर्मल नालंदा अभियान चलाया गया था उस समय जिले के ढाई लाख परिवार के घरों में शौचालय नहीं था। लेकिन अब तक 66 हजार परिवार के घरों में शौचालय है। वहीं 16 हजार परिवारों के घरों में तेजी से शौचालय निर्माण कार्य चल रहा है। यह बातें गुरुवार को डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने पदाधिकारियों से कही। उन्होंने कहा कि नियत समय पर जिला को खुले शौच मुक्त बनाने के लिए और मेहनत करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर तक जिन पंचायतों को खुले शौच मुक्त घोषित करने का लक्ष्य रखा गया है वहां पर और तेजी से कार्य करने की जरूरत है। डीएम ने स्वच्छताग्राहियों से कहा कि वे खुले शौच मुक्त अभियान को गति देने के लिए आम नागरिकों की सहभागिता बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि सुबह-शाम जो लोगों को खुले शौच करने जाने से रोको-टोको अभियान के तहत ट्रिग¨रग तथा फॉलोअप कार्यक्रम चलाया जा रहा है उसमें और ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि लोगों का खुले में शौच जाने के आदत में परिर्वतन लाने से ही अभियान सफल हो सकेगा। डीएम ने बताया कि 31 दिसंबर तक जिले के बिहारशरीफ प्रखंड के डूमरावां, परबलपुर के मई, एकंगरसराय के कोशियावां, इस्लामपुर के वेले एवं बरदाहा, वेन के वारा व एकसर्रा, करायपरसुराय के बेरथू एवं मकरौरा, नगरनौसा प्रखंउ के अरियावां, खजुरा तथा दामोदरपुर को खुले शौच मुक्त किया जाएगा। इसके अलावा चंडी प्रखंड के माधवपुर, हंसिनी व नरसंडा, थरथरी के नारायणपुर व आशता, नूरसराय प्रखंड के अंधन्ना व चंदासी, हरनौत प्रखंड के पचोरा, पावारीक व वसनियमा, गिरियक के गाजीपुर तथा दुर्गापुर, कतरीसराय के मारबरीठ, सिलाव के पावापुरी, बड़गांव, अस्थमा व आनंदी, ¨बद प्रखंड के जमसारी, सरमेरा प्रखंड के मीरनगर, रहुई के हवनपुर तथा हिलसा प्रखंड के इन्दौत व योगीपुर को हरहाल में ओडीएफ घोषित किया जाएगा। इसलिए सभी कार्य तेज गति से करें। कोरम पूरा करने से जिला निर्मल नालंदा नहीं होगा। सभी कुछ धरातल पर दिखना चाहिए।