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आरक्षण के प्रावधान से छेड़छाड़ कर लाया अध्यादेश : दीपंकर

हिलसा : भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने मंगलवार को हिलसा में एक जन कन्वेंशन को

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Jan 2019 10:46 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 10:46 PM (IST)
आरक्षण के प्रावधान से छेड़छाड़ कर लाया अध्यादेश : दीपंकर
आरक्षण के प्रावधान से छेड़छाड़ कर लाया अध्यादेश : दीपंकर

हिलसा : भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने मंगलवार को हिलसा में एक जन कन्वेंशन को संबोधित करते हुए कहा कि देश के संविधान को समाप्त करने की करने की साजिश की जा रही हैं। धर्म के आधार पर नागरिकता को परिभाषित किया जा रहा है। आरक्षण के प्रावधान से छेड़छाड़ कर आर्थिक आधार पर आरक्षण देने के लिए अध्यादेश लाया गया है। जिसमें 5 एकड़ जमीन और आठ लाख रुपये आय वालों को भी गरीब माना जा रहा है। वे भाकपा माले के बिहार राज्य कमिटी के दो दिवसीय कन्वेंशन कार्यक्रम के दौरान जन कन्वेंशन को सम्बोधित कर रहे थे। कहा कि सरकार की नीतियों की आलोचना को देशद्रोह कहा जा रहा है। भीमा कोरेगांव की घटना में सरकार की आलोचना करने वाले बुद्धिजीवियों को फंसाया जा रहा है। मानवाधिकार की बात करने वालों को अर्बन नक्सल कहा जा रहा है। आज चारों तरफ से भाजपा भगाओ, संविधान बचाओ, देश बचाओ की आवाज आ रही है। उन्होंने कहा कि मोदी शासन में एक-एक कर संवैधानिक संस्थाओं को ध्वस्त किया जा रहा है। भारत के नौ बड़े पूंजीपतियों की आय में मोदी राज में प्रतिदिन 2250 करोड़ का इजाफा हो रहा हैं। वही दूसरी तरफ लोग भूख और कुपोषण से मर रहे हैं। कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में अरबों रुपये सिर्फ मोदी का चेहरा चमकाने के लिए विज्ञापन पर खर्च किया गया। जबकि सफाईकर्मी को किसी भी तरह की मूलभूत सुविधा मिलना तो दूर उन्हें दैनिक मजदूरी भी नहीं दी जा रही है। पिछले चुनाव में नरेंद्र मोदी ने कहा था कि काला धन वापस लाएंगे और गरीबों के खाते में 15 लाख रुपए भेजेंगे। पर चुनाव बाद उन्होंने इसे चुनावी जुमला बताते हुए देश की भोली-भाली जनता को ठगने का काम किया है। केंद्र में जबसे भाजपा की सरकार बनी है, तबसे महंगाई चरम सीमा पर पहुंच गयी है। देश के छात्र, युवा व नौजवान रोजगार व नौकरियों के लिए भटक रहे हैं। कहा, जीएसटी गरीबों के हित में नहीं है। इसके लागू होने के बाद आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ गए हैं।

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जबसे जनादेश को ठुकरा कर नीतीश भाजपा की गोद में बैठे, तबसे कानून-व्यवस्था चौपट

दीपंकर ने कहा कि जनादेश को ठुकरा कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जबसे भाजपा की गोद में बैठे हैं, तबसे बिहार में कानून व्यवस्था चौपट हो गयी हैं। दिनदहाड़े हत्या, अपहरण, लूट डकैती की घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है। बिहार की जनता भी नीतीश कुमार के चरित्र को अच्छी तरह अब जान चुकी है कि इस पलटूराम को वोट देकर हम गरीबो ने भारी धोखा खाया है। इनपर से अब जनता का विश्वास उठ गया है। आने वाले समय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वही गरीब, मजदूर, किसान व नौजवान सबक सिखाएंगे। उन्होंने भाजपा भगाओ लोकतंत्र बचाओ देश बचाओ का नारा देते हुए सभी वामपंथी पार्टियों को एकजुटता का परिचय देते हुए इस बार भाजपा जदयू गठबंधन की सरकार को उखाड़ फेखने का आह्वान किया। इस मौके पर भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल जी, जिला सचिव सुरेंद्र राम, अखिल भारतीय किसान महासभा के महासचिव राजाराम ¨सह,ऐपवा के महासचिव मिना तिवारी,इनौस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज मंजिल, विधायक सत्यदेव राम, सुदामा प्रसाद, महबूब आलम,दिनेश यादव,कम्मू राम, शिवशंकर प्रसाद,सुरेंद्र पासवान,चुन्नू चन्द्रवंसी, जयप्रकाश पासवान,रविन्द्र प्रसाद आदि लोग उपस्थित थे।

इनसेट के लिए

चुनाव में नीतीश को सबक सिखाएंगी महिलाएं

भाकपा माले के दो दिवसीय कन्वेंशन के पूर्व जनसभा को सम्बोधित करते हुए ऐपवा की राज्य सचिव शशि यादव ने कहा आज बिहार में विद्यालयों की रसोईया अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। आशा कर्मियों के आंदोलन के आगे नीतीश कुमार को झुकना पड़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओ से काम लेती हैं पर उन्हें मजदूर का भी दर्जा नहीं दे रही है। आशाकर्मी महिलाओ की महीनों चली हड़ताल ने बता दिया है कि महिलाओं की हक मारने वाली सरकार नहीं चलेगी। भाजपा के साथ नीतीश कुमार मिलकर घमण्ड की राजनीति करने लगे हैं। जिसके कारण बिहार में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है। सरकार एक तरफ महिला सशक्तिकरण की बात करती हैं और दूसरी ओर आए दिन महिलाएं व बेटियों के साथ छेड़खानी, अपहरण व हत्या की जा रही है। जबकि कहा जा रहा है कि बिहार में कानून का राज है और महिला सशक्तिकरण अग्रिम पायदान पर है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के दम पर कुर्सी पर काबिज होने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आप कान खोलकर सुन लें, उस कुर्सी पर से हटाने की भी हिम्मत महिलाओं में है। आने वाले लोकसभा चुनाव में आपके घमण्ड को महिलाएं चकनाचूर कर देंगी।


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