घटना के बाद दूसरे दिन हिलसा भाया चिकसौरा मार्ग पर नहीं हुआ बसों का परिचालन
हिलसा : हिलसा-चिकसौरा जर्जर मार्ग पर उन्हें बसों का परिचालन होता है जो पूरी तरह से जर्जर हो चुका है
हिलसा : हिलसा-चिकसौरा जर्जर मार्ग पर उन्हें बसों का परिचालन होता है जो पूरी तरह से जर्जर हो चुका है और उसका न तो परिमट है और न ही इंश्योरेंश। कहने का मतलब यह है कि जो बसे पूरी तरह से रिेजेक्ट हो जाता है उसे ही इस मार्ग पर परिचालन किया जाता है। एक तो सड़क की हालत दयनीय उस पर बसों की स्थिति बेहतर नहीं ऐसे में हमेशा बड़ी घटना होने की संभावना बनी रहती है। इधर रविवार को हुई बस हादसे के बाद तीन की मौत के बाद आज इस रूट पर बसों का परिचालन ठप रहा। इस कारण इस लोगों को यात्रा करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
बता दें कि हिलसा थाना क्षेत्र के चमरविगहा गांव के पास सोमवार की सुबह एक मिनी बस के पलटने से तीन लोगों की मौत हो गई थी और दर्जन भर लोग घायल हो गए। इसमें दो की हालत अब भी ¨चताजनक बनी है जिसका पीएमसीएच में इलाज चल रहा है। इधर लोगों का कहना है कि चिकसौरा पभेड़ी मार्ग पर चलने वाली वाहनों में उपर से नीचे तक यात्री को लाद लिया जाता है। यह भी कहा जाता है कि इस मार्ग पर एजेंटों की मनमानी चलती है। इसे बदले में मोटी रकम ली जाती है। थानाध्यक्ष प्रेम राज चौहान ने बताया कि इस मार्ग पर चलने वाली वाहनों से नाजायज वसूली की जाती है पर इसकी शिकायत किसी ने नहीं की है। हालांकि पुलिस इस मामले का गंभीरता से जांच कर रही है।
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दस माह पहले भी इस मार्ग पर दो की हो चुकी है मौत
हिलसा-चिकसौरा व पभेड़ी मार्ग पर दस माह पहले भी दो बार सड़क दुर्घटना में दो लोगों की जानें जा चुकी है। चंदौत गांव से पूरब छिलका के पास बस गहरी खाई में पलटने के बाद सेवानिवृत शिक्षक दल्लू विगहा गांव के प्रसादी ¨सह तथा एक युवक की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी। सोमवार को चंदौत गांव से थोड़ी पश्चिम सोमवार को मिनी बस गहरी खाई में पलटी खा गई जिसमें तीन लाल की जान चली गई।