शिक्षक दिवस पर छात्रों ने भिखारियों को कराया भोजन
गुरु जौहरी की तरह होता है। जो अपनी परखी नजर से कोयले से हीरे को तराश लेता है ।
नालंदा । गुरु जौहरी की तरह होता है। जो अपनी परखी नजर से कोयले से हीरे को तराश लेता है। गुरु अगर चाहे तो संवेदनहीन सह अनैतिक व्यक्ति को भी महान बना दे। बिहार के ही आचार्य चाणक्य थे। जिन्होंने एक साधारण से बालक चंद्रगुप्त मौर्य को शिक्षा देकर भारतवर्ष का महान सम्राट बना दिया था। आज भी बिहार की भूमि ऐसे महान शिक्षकों की उपस्थिति तथा दूरदर्शिता से अनवरत असंख्य बच्चों के भविष्य संवारने में जुटे हैं। उक्त बातें अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री सह इंग्लिश स्टडी सर्कल शिक्षण संस्थान के डॉ. धीरेन्द्र उपाध्याय ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस पर मनाए जाने वाले शिक्षक दिवस के अवसर अपने विद्यार्थियों द्वारा कुंड क्षेत्र में आयोजित दरिद्र-नारायण भण्डारे में नि:सहाय गरीबों को भोजन कराने के अवसर पर कही।
उन्होंने कहा कि उनके विद्यार्थियों ने जब गुरूदक्षिणा व उपहार में क्या भेंट करने जैसे सवाल किए। तो मैंने उन्हें इसके एवं में कुंड परिक्षेत्र स्थित ब्रह्म कुण्ड के प्रवेश द्वार पर भिक्षावृत्ति कर अपने साथ बच्चों का पेट पालने वाले गरीब नि:सहायों को भोजन कराने को कहा। जिसमें हमारे सभी छात्र छात्राएं मिलकर उक्त 100 से भी अधिक गरीबों को दरिद्र-नारायण भोजन कराके हमें सच्ची गुरुदक्षिणा दी। और शिक्षक दिवस की गरिमा व मर्यादा में एक नया आयाम प्रस्तुत किया। वहीं उनके विद्यार्थियों में शामिल शेम कुमार, रवि कुमार, रश्मि कुमारी, निधि कुमारी, कल्याणी कुमारी, निशा कुमारी, स्नेहा कुमारी, खुशबू कुमारी, संगीता कुमारी, चंदन कुमार, ब्यूटी कुमारी, नम्रता कुमारी, मधु कुमारी, सोनाली कुमारी, पल्लवी कुमारी, पुष्पा कुमारी, संदीप कुमार, राजीव रंजन उपाध्याय आदि ने उमंग के साथ बताया कि हम सभी ने आज के दिन इस गुरुदक्षिणा के माध्यम से हमारे आस पास के नि:सहायों तथा जरूरत मंद लोगो का ध्यान व मदद रखने जैसी ज्ञान मिला है। इसी प्रकार से राजगीर के विभिन्न सरकारी गैर-सरकारी स्कूलों क्रमश: आदर्श बालिका मध्य विद्यालय, आर डी एच उच्च विद्यालय, अनुसूचित जाति बालिका आवासिय उच्च विद्यालय के अलावा केरला पब्लिक स्कूल, डेहली पब्लिक स्कूल, आल सेंट्स स्कूल, नालंदा पबि्िलक स्कूल, नेशनल पब्लिक स्कूल, एकलव्य पब्लिक स्कूल, मगध पब्लिक स्कूल, अरुणोदय आवासीय पब्लिक स्कूल आदि शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों ने शिक्षकों को सम्मानित किया। और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन में संदेश परक प्रस्तुतियां दी।