अविश्वास प्रस्ताव के बाद जिप अध्यक्ष तनुजा देवी की गई कुर्सी
पिछले एक माह से जिला परिषद की कुर्सी को लेकर चली आ रही अटकलबाजियां शुक्रवार को वो¨टग के बाद समाप्त ह
पिछले एक माह से जिला परिषद की कुर्सी को लेकर चली आ रही अटकलबाजियां शुक्रवार को वो¨टग के बाद समाप्त हो गई। कड़ी सुरक्षा के बीच हुई वो¨टग में एक साथ 19 सदस्यों ने जिला परिषद अध्यक्ष तनुजा देवी के विरोध में मतदान कर उनकी कुर्सी छीन ली। बता दें कि जिप अध्यक्ष के अनुरोध पर ही अविश्वास प्राप्त लाकर डीडीसी सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी राकेश कुमार ने सदस्यों की बैठक बुलाने को समय मांगी गई थी। इसी कड़ी में डीडीसी सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने शुक्रवार को जिला परिषद सदस्यों की बैठक बुलाई थी। बैठक में जिला परिषद के कुल 34 सदस्यों में से केवल 20 ने ही हिस्सा लिया। शुरुआती दौर में हुए शोर-शराबा के बाद डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम के निर्देश में अविश्वास प्राप्त के लिए वो¨टग कराई गई। वो¨टग में कुल 20 सदस्यों में से 19 ने जिला परिषद अध्यक्ष तनुजा के विरोध में वो¨टग किया। इस प्रकार अविश्वास प्रस्ताव के बाद जिप अध्यक्ष तनुजा देवी की कुर्सी छीन गई। बता दें कि कुछ दिन पहले जिला परिषद अध्यक्ष तनुजा देवी ने अपने सात सदस्यों के साथ अविश्वास प्रस्ताव लाया था। इसके बाद वे मुख्य कार्यपालक अभियंता से सदस्यों की बैठक बुलाने ने मांग की थी। आज की बैठक में जिला परिषद के उपाध्यक्ष सहित 20 लोग उपस्थित हुए थे। इसके अलावा अध्यक्ष के पक्ष में मतदान करने वाले एक भी सदस्य बैठक में शामिल नहीं हुए। वो¨टग होने के उपरांत डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने बताया कि 34 में से 20 लोगों ने ही उपस्थित होकर मतदान किया। विश्वास प्राप्त करने के लिए जिला परिषद अध्यक्ष को 18 लोगों को वोट चाहिए थी। लेकिन इनके विरोध में 19 लोगों ने मतदान कर इन्हें कुर्सी से वेदखल कर दिया। अब अगली बैठक तय करने के बाद आगे की रणनीति व अगले अध्यक्ष के चुनाव को वो¨टग कराई जाएगी। बैठक में डीएम के अलावा डीडीसी सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, डीआरडीए निदेशक संतोष कुमार श्रीवास्तव, वरीय उपसमाहर्ता प्रमोद कुमार, पंचायती राज पदाधिकारी सह डीटीओ शैलेन्द्र नाथ के अलावा 20 जिप सदस्य उपस्थित थे।
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सुरक्षा को किया गया था पुख्ता बंदोबस्त जिला परिषद सभागार में जिप अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्राप्त को लेकर सुबह से ही गहमागहमी का माहौल बना था। निर्धारित समय 11 बजे से पहले ही 34 में से जिप अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित 20 लोग पहुंच चुके थे। समयानुसार कुछ देर अन्य सदस्यों के आने की प्रतीक्षा की गई। लेकिन अन्य लोगों का आगमन नहीं हुआ तो बैठक की कार्यवाही शुरू करने के बाद वो¨टग का कार्य शुरू किया गया। इधर अविश्वास प्रस्ताव के दौरान किसी प्रकार के हो-हंगामा से निपटने के लिए जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था। वरीय उपसमाहर्ता के साथ एसडीओ, बीडीओ, सीओ के अलावा कई पदाधिकारी व प्रयाप्त संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई। कागजी मोहल्ला तीन मुहाने मोड़ से लेकर समाहरणालय तक बैरिके¨टग की गई थी। इसके अलावा कचहरी जाने वाली तथा अम्बेर की ओर से समाहरणालय की ओर जाने वाली मार्ग को भी सील कर दिया गया था। वो¨टग के दौरान किसी भी बाहरी व्यक्ति को आने की अनुमति नहीं दी गई थी।