नया शराबबंदी कानून महिला विरोधी : राजीव रंजन
नालंदा। नया शराबबंदी कानून महिला विरोध है। महिलाओं को शराब पीने की बात तो छोड़ दें वे
नालंदा। नया शराबबंदी कानून महिला विरोध है। महिलाओं को शराब पीने की बात तो छोड़ दें वे शराब देखना पसंद नहीं करती हैं। पहले शराब पति व बेटे के पीने के कारण वे मार खाती थी। अब नीतीश कुमार ने नया कानून बनाया जिसमें शराब का सेवन करे कोई और जेल जाए कोई और की नीति बनाई गई है। यह बातें इस्लामपुर के पूर्व विधायक सह भाजपा नेता राजीव रंजन ने सोमवार को प्रेस वार्ता में कहीं। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के नए कानून में यदि किसी के घर में एक बोतल शराब मिली तो वहां की महिलाएं व बालिग युवतियों को भी जेल जाना होगा। रंजन ने कहा कि पहले नीतीश कुमार ने 11 साल तक हर चौक-चौराहे पर शराब की दुकानें खोलकर अधिकतर नौजवानों को शराबी बना दिया। अब तुगलकी कानून की तरह बिना सही उपचार किए एक दिन में शराबबंदी कर दिया। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी शराब की बिक्री शराबबंदी से पहले के अनुपात में बढ़ गई है। ऊंची कीमत पर आज भी अंग्रेजी शराब हर जगह मौजूद है। उन्होंने बताया कि जितनी शराब पकड़ी जा रही है उससे एक हजार गुणा शराब हर जगह बिकती है। देसी शराब नहीं मिलने के कारण अब लोग घर में शराब बनाकर पीने की आदत लगा रहे हैं। जो कभी-कभी जहरीली हो जाती है। जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। रंजन ने कहा कि शराबबंदी से यदि किसी को फायदा हुआ है तो वह पुलिस व उत्पाद विभाग है। जिसकी आमदनी कई गुना बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार को सही बात की जानकारी लेनी है तो किसी एक जिले को शराब के कारण पकड़े जाने वालों से पूछताछ का जिम्मा सीबीआइ को देनी चाहिए तब सरकार को ज्ञात हो जाएगा कि सरकारी कर्मी के साथ कितने सफेदपोश इसमें लिप्त हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार यदि एक सप्ताह के भीतर महिला विरोधी कानून को नहीं बदला तो प्रथम चरण में महिलाओं का एक विशाल धरना किया जाएगा। इस मौके पर प्रवक्ता धीरेन्द्र रंजन, महामंत्री राजेश्वर ¨सह, डॉ. रामनरेश कुमार उपस्थित थे।