राष्ट्रीय मशरूम मेला में शान बनेंगे नालंदा के किसान : डीएम
बिहारशरीफ। वर्ष 2014 के बाद दोबारा जिले में मशरूम उत्पादन होने जा रहा है। इसके लिए मशरूम की खेती करन
बिहारशरीफ। वर्ष 2014 के बाद दोबारा जिले में मशरूम उत्पादन होने जा रहा है। इसके लिए मशरूम की खेती करने वाले 20 सदस्यीय चयनित कृषकों दल को राष्ट्रीय मशरूम मेला 2018 में शामिल होने के लिए जिले से भेजा जा रहा है। मेला का आयोजन आगामी 10 सितंबर को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अधिनस्थ मशरूम अनुसंधान निदेशालय चंबाघाट सोलन हिमाचल प्रदेश होगा।
मशरूम अनुसंधान केंद्र चंबाघाट सोलम मेला में प्रतिनिधित्व करने वाले मशरूम उत्पादक कृषकों ने गुरुवार को जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम से मिलकर उनको इस पहल के लिए धन्यवाद दिया। यहां बता दें कि इन मशरूम उत्पादक कृषकों को सोलम मेला में राज्य का प्रतिनिधित्व करने के लिए आत्मा नालंदा जिसके अध्यक्ष खुद जिलाधिकारी हैं, भेज रहा है। डीएम ने मेला में जाने वाले मशरूम उत्पादक किसानों को शुभकामनाएं दी। कृषकों से डीएम ने कहा कि आप के मेला से वापस आने के बाद जिले में मशरूम उत्पादन की संभावना बढ़ जाएगा। वहीं मशरूम की मार्के¨टग भी आसान हो जाएगी। उन्होंने कहा कि आप के वापस आने के बाद आत्मा सभागार में एक वृहद कार्यशाला आयोजित कराया जाएगा। उस कार्यशाला में जिले के इच्छुक मशरूम उत्पादक किसान को आप के द्वारा उत्पादन से लेकर मार्के¨टग तक की प्रशिक्षण दिलाई जाएगी। इस अवसर पर मशरूम उत्पादक किसानों ने डीएम से मार्के¨टग की सुदृढ़ व्यवस्था कराने का अनुरोध किया। जिला पदाधिकारी ने मशरूम उत्पादक किसानों को बताया कि बाजार समिति में निर्माणाधीन सब्जी मंडी में मशरूम की मार्के¨टग हेतु अलग से जगह दी जाएगी।
यहां बता दें कि मेला में भाग लेने जो मशरूम उत्पादक कृषक सोलम जा रहे उन्हें कृषि विज्ञान केंद्र हरनौत में बिहार कौशल विकास मिशन के तहत मशरूम की खेती करने तथा उसके मार्के¨टग संबंधी 200 घंटे का प्रशिक्षण दिया गया है। इस अवसर पर मेला में सोलम जाने वाले कृषकों में रहुई के रणधीर ¨सह सोनल, हरनौत के सुमन शेखर व रवि कुमार, चंडी के श्रीकांत कुमार तथा नूरसराय के विनीत कुमार आदि शामिल थे।