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ओवरऑल प्रदर्शन में नालंदा इंजीनिय¨रग कॉलेज राज्य में आया अव्वल

बिहारशरीफ। विश्व बैंक सम्पोषित तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा संचालित तकनीकी शिक्षा गुणवत्ता

By JagranEdited By: Published: Wed, 31 Oct 2018 05:38 PM (IST)Updated: Wed, 31 Oct 2018 05:38 PM (IST)
ओवरऑल प्रदर्शन में नालंदा इंजीनिय¨रग कॉलेज राज्य में आया अव्वल
ओवरऑल प्रदर्शन में नालंदा इंजीनिय¨रग कॉलेज राज्य में आया अव्वल

बिहारशरीफ। विश्व बैंक सम्पोषित तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा संचालित तकनीकी शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन कार्यक्रम के तृतीय चरण में सूबे के 7 इंजीनिय¨रग कॉलेजों में पढ़ाई-लिखाई के स्तर, रिसर्च व संसाधनों के मार्किंग के आधार पर नालंदा इंजीनिय¨रग कॉलेज सूबे में अव्वल आया है। केन्द्र सरकार देश के 17 राज्यों में इंजीनिय¨रग कॉलेजों के शिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए उसके पूरे प्रदर्शन के आधार पर प्रतिस्पर्धा का माहौल पैदा कर रही है। इनमें नालंदा इंजीनि¨रग कॉलेज को 14वां स्थान दिया गया है। यह जानकारी कॉलेज के ¨प्रसिपल सीबी महतो ने दी। कहा कि सूबे के तमाम पुराने कॉलेजों को पीछे छोड़ते हुए नालंदा इंजीनिय¨रग कॉलेज ने काफी कम समय में यह रुतबा हासिल किया है। पिछले दिनों तकनीकी गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सरकार से 55 लाख रुपए का फंड मिला था जिससे 89 नये कम्प्यूटर खरीदे गए। ¨प्रसिपल ने बताया कि अभी कॉलेज में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर 5 दिनों की कार्यशाला चल रही है जिसमें ये संसाधन काम आ रहे हैं। छात्र बढ़ चढ़कर इस कार्यशाला में हिस्सा भी ले रहे हैं। जितना कम अंक उतना ही बेहतर प्रदर्शन : सालाना परफॉर्मेंस की परख के लिए 'टेक्यू' रिपोर्ट तैयार की गई है। इसमें मार्किंग का पैमाना जरा अलग हट कर है। जिस कॉलेज को जितने कम अंक मिले, उसका ओवरऑल प्रदर्शन और बेहतर माना गया। नालंदा अभियंत्रण महाविद्यालय इस परीक्षण में 1.71 अंक लाकर अव्वल रहा। दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज ने 1.89 अंक के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। इस परिणाम के जारी होते ही सम्पूर्ण शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों तथा छात्र-छात्राओं में खासा उत्साह हैं। प्राचार्य ने और बेहतर करने के लिए किया प्रेरित : संस्थान के प्राचार्य डॉ. सी बी महतो ने परियोजना से जुड़े सभी लोगों को इसकी बधाई दी तथा निकट भविष्य में इससे और बेहतर करने के लिए प्रेरित किया। परियोजना समन्वयक प्रोफेसर भावेश मधुकर ने बताया कि पिछले एक वर्ष के परियोजना के कार्यकाल में शिक्षा की गुणवत्ता और छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए हर संभव कदम उठाए गए हैं। मैकेनिकल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आलोक ने कहा कि कम संसाधन में भी हमने ये उपलब्धि हासिल की है और अपने छात्रों को बेहतर तकनीकी शिक्षा उपलब्ध करा रहे हैं। कम्प्यूटर इंजीनिय¨रग विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर प्रियंका ने कहा कि हम अपने विभाग को श्रेष्ठ तथा संस्थान को देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों की सूची में शामिल करने के लिए प्रयासरत हैं। आइआइटी मुंबई तक में वर्कशॉप करने का मिला मौका :

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बताते चले कि पिछले एक साल में कॉलेज में कई वर्कशॉप का आयोजन किया गया है जिससे छात्रों को बहुत लाभ मिला है। कई छात्रों को आइआइटी मुम्बई में वर्कशॉप करने का भी मौका मिला है। इस सफलता से मृणाल, अभिनव, चंचल, दिव्या, मनीष समेत सभी छात्र-छात्राओं के बीच काफी उत्साह है।


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